हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 1998 में जिस प्रकार से सुशासन की परिकल्पना की शुरुआत की थी, ठीक उसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते दस वर्षों में मिशन मोड पर कार्य करते हुए सुशासन की परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी व एसजीटी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से सुशासन विषय पर आयोजित सम्मेलन को किया संबोधित
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 1998 में जिस प्रकार से सुशासन की परिकल्पना की शुरुआत की थी, ठीक उसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते दस वर्षों में मिशन मोड पर कार्य करते हुए सुशासन की परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। हरियाणा सरकार ने भी इस दौरान जनमानस के जीवन को सरल और सुगम बनाने के लिए सराहनीय कार्य किया।
उन्होंने यह बात मंगलवार को गुरुग्राम में एसजीटी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित प्रभावशाली क्रियान्वयन के माध्यम से सुशासन (गुड गवर्नेंस थ्रू इफेक्टिव इम्प्लीमेंटेशन) विषय पर आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
इस सम्मेलन का आयोजन रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी एवं एसजीटी विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से किया था। इस सम्मेलन में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. मानिक साहा, पूर्व सांसद एवं रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे तथा छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी सहित अन्य विशिष्ट जनों ने भी अपने विचार रखे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और महामना मदन मोहन मालवीय की जयंती 25 दिसंबर को देश भर में सुशासन दिवस के रूप में मनाए जाने की परंपरा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आरंभ की है। उन्होंने प्रदेश वासियों को इन विभूतियों की जयंती और क्रिसमस की बधाई देते हुए कहा कि जिस प्रकार स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के माध्यम से ग्रामीण भारत में ढांचागत तंत्र को विकसित किया। उसी तर्ज पर काम करते हुए श्री नरेंद्र मोदी ने सुशासन की दिशा में आगे बढ़ते हुए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की, जिससे जनमानस का जीवन सरल व सुगम हुआ।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने द आर्ट ऑफ इंप्लीमेंटेशन बुक कवर का डिजीटली अनावरण भी किया। इस अवसर पर एसजीटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. मदन मोहन चतुर्वेदी ने अतिथिगण का आभार व्यक्त किया।
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