हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने धान के अवशेष का प्राकृतिक उर्वरक के रूप में उपयोग करने वाली टिकाऊ खेती पद्धति की सराहना की। उन्होंने इसे मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और किसानों के लिए उर्वरक लागत को कम करने में सहायक बताया।