जिला कैथल के खंड सीवन की ग्राम पंचायत ककहेड़ी व ककराला अनायत में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार एवं वित्तीय गबन की शिकायत बारे मुद्दा जिला स्तरीय विकास समन्वयक एवं निगरानी समिति की बैठक में उठाया गया था। इस बारे मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा इस मामले की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
मुख्य कार्यकारी ने मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के दिए निर्देश
खबर खास, चंडीगढ़ :
जिला कैथल के खंड सीवन की ग्राम पंचायत ककहेड़ी व ककराला अनायत में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार एवं वित्तीय गबन की शिकायत बारे मुद्दा जिला स्तरीय विकास समन्वयक एवं निगरानी समिति की बैठक में उठाया गया था। इस बारे मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा इस मामले की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
इस बारे जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सीईओ की रिपोर्ट के अनुसार खंड सीवन में ग्राम पंचायत ककहेड़ी से संबंधित मामले में पहले से ही जांच चल रही है और मेटों द्वारा नेशनल मोबाइल मॉनीटिरिंग सिस्टम (NMMS) ऐप में मज़दूरों की वास्तविक हाजिरी कार्यस्थल से जियो टैग लोकेशन पर रजिस्टर्ड मोबाइल से फोटो (साफ चेहरों सहित) अपलोड करने में नियमों का उल्लंघन करने पर तीन मेटों को हटा दिया गया है। मनरेगा से संबंधित एबीपीओ व कनिष्ठ अभियंता का स्पष्टीकरण जारी कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि क्योंकि यह कार्य सिंचाई विभाग के साथ कन्वर्जेन्स का था अतः संबंधित कनिष्ठ अभियंता व उपमंडल अधिकारी, सिंचाई विभाग के विरुद्ध कार्यों की नियमानुसार निगरानी ना करने व कोताही बरतने पर कार्यवाही करने हेतु सिंचाई विभाग को लिख दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत ककराला अनायत से संबंधित जांच खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी सीवन के पास विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि चूंकि जिला कैथल में मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2024-25 में अब तक कुल खर्च 18.82 करोड़ रुपये हुए हैं। इसलिए प्रकाशित समाचार की जिला कैथल के खंड सीवन की ग्राम पंचायत ककहेड़ी व ककराला अनायत में हुए 18 करोड़ रूपए घोटाले की खबर पूर्णतः तथ्यहीन व निराधार है।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त शिकायतों की जांच उपरान्त जो भी अधिकारी, कर्मचारी संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी व नियमानुसार रिकवरी व जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
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