बुधवार से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू का धर्मशाला में लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विधानसभा सत्र के लिए पूरी तरह से तैयार है।
हिमाचल विधानसभा के धर्मशाला में शुरू हुए शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन भ्रष्टाचार को लेकर खासा बवाल मचा। पहले दिन विपक्ष भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा की मांग के लिए सदन में काम रोको प्रस्ताव लेकर आया।
हिमाचल प्रदेश विधान सभा तपोवन बुधवार से ई- विधान प्रणाली छोड़कर राष्ट्रीय ई- विधान ऐप्लिकेशन (नेवा) पर माईग्रेट हो गई है। यह बात कुलदीप सिंह पठानियां ने तपोवन विधान सभा में सदन में मौजूद सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कही।
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम से जनाक्रोश रैली में सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सुक्खू की सरकार प्रदेश की पहली सरकार है जो नौकरियां देने के बजाय नौकरियों से निकालने के लिए, विकास के काम करने के लिए नहीं विकास के काम रोकने के लिए चर्चा में रहती है।
हिमाचल के धर्मशाला में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाते हुए गुरुवार को धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा के बाहर धरना दिया। इस धरने में कांग्रेस के सभी विधायक शामिल हुए।
कुपवी के टिक्कर में मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान जंगली मुर्गा परोसने के मामले में भाजपा विधायक समेत मीडिया कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने पर भाजपा विधायक दल ने विरोध प्रदर्शन किया। जयराम ठाकुर के नेतृत्व में तपोवन विधान सभा परिसर में भाजपा विधायकों ने जंगली मुर्गे के साथ प्रदर्शन किया और सरकार को तानाशाही से बाज आने की बात कही।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के जवाब से असंतोष जताते हुए विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा विधायक दल नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चला गया।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार ने विपक्ष के विरोध के बीच सरकारी कर्मचारी भर्ती एवं सेवा शर्तें विधेयक, हिमाचल पुलिस संशोधन विधेयक-2024 को ध्वनिमत से पास कर दिया है। अब इन्हें राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। जबकि लैंड सीलिंग एक्ट 1972 को संशोधन के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन शनिवार को सदन की कार्यवाही के शुरू होते ही खूब हंगामा हुआ। विधानसभा में भाजपा विधायकों ने बंद किए गए संस्थानों को लेकर कांग्रेस सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचपीपीसीबी) के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में 50 गतिविधियों को प्रदर्शित कर रहे पर्यावरण कैलेंडर को जारी किया।