गिरफ्तारी के लिए एजीटीएफ की टीम तैयार
गिरफ्तारी के लिए एजीटीएफ की टीम तैयार
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब के सन्नौर विस से आप विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा के खिलाफ हरियाणा में मामला दर्ज किया गया है। पंजाब पुलिस से बचकर भागने में कामयाब हुए पठानमाजरा का सोशल अकाउंट बंद कर दिया गया है, जहां से वह लगातार वीडियो जारी कर रहे थे। इसके साथ ही पठानमाजरा की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस एजीटीएफ को तैनात किया गया है।
इस टीम कर नेतृत्व डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ कर रहे हैं। यह कार्रवाई उस घटना के लगभग 24 घंटे बाद हुई है, जब विधायक पठानमाजरा हरियाणा के करनाल जिले के डबरी गांव से पुलिस हिरासत से फरार हो गए थे।
पुलिस सूत्र बताते हैं कि बीती शाम पंजाब की सीआईए पुलिस ने करनाल के सदर थाने में विधायक पठानमाजरा और लाडी के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस पार्टी पर गोलीबारी और पथराव करने की शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में कहा गया कि बीते दिन सुबह करीब 5 बजे डबरी गांव में गुरनाम सिंह लाडी के घर छापा मारकर विधायक को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन जब पुलिस उन्हें पटियाला ले जाने लगी, तो लाडी और विधायक गांववासियों की मदद से फरार हो गए। इस दौरान भीड़ में गोलियों की आवाजें भी सुनाई दीं, लेकिन पुलिस ने जवाबी बल प्रयोग नहीं किया।
पठानमाजरा की गिरफ्तारी की जिम्मेवारी जिस अधिकारी को दी गई है वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माना जाता है। उन्होंने ही दो साल पहले पंजाब गायक सिद्दू मूसेवाला के कत्ल में शामिल दो शूटरों को मार गिराया था और उसके लिए उन्हें राष्ट्रपति बहादुरी पदक से सम्मानित किया गया था। बराड़ पहले भी कुख्यात गैंगस्टर विक्की गोंडर को खत्म करने वाले ऑपरेशन का हिस्सा रह चुके हैं।
वहीं, दूसरी तरफ पठानमाजरा के लगातार जारी वीडियो में वे लगातार उनका एनकाउंटर किए जाने का शक जाहिर कर रहे हैं। बीते दिन जारी वीडियो में विधायक ने फरारी की पूरी कहानी बताई है। साथ ही उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनका एनकाउंटर कर सकती है। विधायक ने साफ किया कि उन्होंने कोई गोली नहीं चलाई, बल्कि वह तो पुलिसवालों को बातों में उलझाकर ही वहां से निकल गए थे। उनके साथ पुलिस की कोई धक्कामुक्की तक नहीं हुई। पठानमाजरा ने कहा कि पुलिस उन्हें गैंगस्टर दिखाकर मार देना चाहती थी। इसके लिए पुलिस ने प्रयास भी किए।
पठानमाजरा ने वीडियो में पुलिस से दो सवाल पूछे थे। उन्होंने कहा था कि वह अपनी वीडियो के जरिए सारी सफाई देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह पहले पुलिस से पूछना चाहता हैं कि वह अपने बच्चों की सौगंध खाकर उनके सवालों का जवाब देने को कहा है। उन्होंने पूछा कि क्या उन्होंने धक्का-मुक्की की? क्या उन्होंने कोई तकरार की या कोई गोली चलाई?
विधायक ने कहा कि मुझे पहले ही पता चल गया था कि ये मेरा एनकाउंटर कर सकते हैं। मुझे इसे लेकर किसी आदमी का फोन आ गया था। मैंने इन्हें (पुलिस को) चाय-पानी में उलझाया और सेफ निकल गया। हालांकि, इन्होंने मुझ पर गोली चलाने के लिए हथियार कॉक किया, लेकिन वो कॉक नहीं हुआ।
पठानमाजरा ने कहा कि एक विधायक को पकड़ने के लिए 8 से 10 एसपी, 8 से 10 डीएसपी, 400 से ज्यादा पुलिस वाले पहुंचे। इनमें एक मेरा भाई विक्रम बराड़ (पंजाब पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट) भी शामिल था। ये गैंगस्टर की तरह शो कर मेरा एनकाउंटर करने वाले थे। हुआ भी वैसा ही। मेरे निकलने के बाद दिखा दिया कि 3 पिस्तौल पकड़े गए। मैं पुलिस वालों की सबसे ज्यादा मदद करता रहा हूं। पुलिस को इन घटिया हरकतों से बाज आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह एक और सूचना देना चाहते हैं कि उनके पीछे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बिक्रम बराड़ को लगा दिया। वह कल से करनाल में बैठा है। उन्होंने कहा कि मेरे सभी एमएलए और मंत्रियों से विनती है कि एकजुट होकर चलो, डरने की क्या जरूरत है? यह दिल्ली वाला हमें क्या डरा लेगा, हम तो बड़े-बड़े अब्दालियों (अहमद शाह अब्दाली) से नहीं डरे।
Like
Dislike
Love
Angry
Sad
Funny
Wow
Comments 0