यह पत्र 19 जून 2025 का है, लेकिन यह वायरल अब हुआ है।
यह पत्र 19 जून 2025 का है, लेकिन यह वायरल अब हुआ है।
खबर खास, लुधियाना :
पंजाब में कांग्रेस गुटबाजी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। कांग्रेस पार्टी द्वारा हलका आतम नगर से कमलजीत सिंह कड़वल की सदस्यता रद्द किए जाने का एक पत्र वायरल हुआ है। यह पत्र 19 जून 2025 का है, लेकिन यह वायरल अब हुआ है।
सदस्यता रद्द किए जाने का पत्र वायरल होने के बाद भी कमलजीत कड़वल ऑब्जर्वर मीटिंग में बैठे नजर आए। वहीं, जिला कांग्रेस प्रधान संजय तलवाड़ की मानें तो उन्हें अभी इस मामले का कुछ ज्यादा पता नहीं है। पत्र के बारे में वह अपने दफ्तर में चेक करवाएंगे।
गौर रहे कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने पहले ही स्पष्ट किया हुआ है कि कांग्रेस पार्टी के प्रोटोकॉल के विपरीत कड़वल की नियुक्ति की गई है। वड़िंग ने कहा था कि कड़वल को कांग्रेस में शामिल करने से पहले उन्हें किसी ने जानकारी नहीं दी। इस कारण वह कड़वल को कांग्रेस का सदस्य मानते ही नहीं हैं।
कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी के नेताओं को दिल्ली बुलाकर आपसी मतभेद खत्म करने की कोशिश की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के बीच सुलह कराई गई।
पार्टी में निचले स्तर पर चल रही गुटबाजी को खत्म करने और कमजोर जिला इकाइयों को मजबूत करने के लिए हाईकमान ने विभिन्न जिलों में केंद्रीय और प्रदेश स्तरीय ऑब्जर्वर नियुक्त किए। इसी क्रम में लुधियाना में गुटबाजी खत्म करने के लिए शहरी हलकों के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ ऑब्जर्वर कृष्णा तीरथ ने बैठक की। बैठक में पार्टी के विभिन्न पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला और प्रदेश अध्यक्ष की कार्यशैली की जानकारी लेना और आपसी मतभेद दूर करने के सुझाव लेना था। इस बैठक में कमलजीत सिंह कड़वल भी मौजूद थे, जिन्हें राजा वड़िंग ने कभी कांग्रेस का सदस्य माना ही नहीं।
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में शामिल कई नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि एक तरफ पार्टी हाईकमान गुटबाजी खत्म करने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पार्टी से निष्कासित व्यक्ति को बैठक में शामिल किया जा रहा है। लुधियाना के पश्चिमी हलके में कमजोर हो रहे आधार के कारण दिल्ली में पार्टी हाईकमान ने बैठक की थी। उप-चुनाव की हर गतिविधि की समीक्षा की गई।
पार्टी हाईकमान ने पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को पटियाला जिले का ऑब्जर्वर नियुक्त कर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। अब यह कांग्रेस हाईकमान पर है कि वह लुधियाना कांग्रेस की गुटबाजी को लेकर क्या फैसला लेती है। हालांकि पार्टी के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, जहां एक तरफ प्रदेश के अन्य जिलों में एकता का माहौल है, वहीं लुधियाना में गुटबाजी पार्टी के लिए सिरदर्द बनती जा रही है।
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