मुख्यमंत्री ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के सरूप को अपने शीश पर विराजमान कर पंडाल तक सेवा की तथा तख्त पर सुशोभित किया।
मुख्यमंत्री ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के सरूप को अपने शीश पर विराजमान कर पंडाल तक सेवा की तथा तख्त पर सुशोभित किया।
खबर खास, शिमला :
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने श्री गुरू तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व के अवसर पर आज शिमला के रिज पर श्री गुरू सिंह सभा शिमला द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के सरूप को अपने शीश पर विराजमान कर पंडाल तक सेवा की तथा तख्त पर सुशोभित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरू तेग बहादुर जी को महान योद्धा, आध्यात्मिक व्यक्तित्व और मातृभूमि के रक्षक के रूप में सदैव याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण मानवता को उनके महान आदर्शों, उच्च जीवन मूल्यों तथा त्याग से सीख ग्रहण करते हुए इन सिद्धान्तों को अपने जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है। श्री गुरू जी की शिक्षाओं और बलिदानों से हमें जीवन में प्ररेणा प्राप्त होती है।
सुक्खू ने कहा कि श्री गुरू तेग बहादुर जी के जीवन दर्शन से प्रेरित होकर युवा अपने उज्ज्वल भविष्य का मजबूत आधार रख सकते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जत्थेदार श्री अकाल तख्त श्री अमृतसर साहिब कुलदीप सिंह गडगज को सम्मानित किया। श्री गुरू सिंह सभा शिमला के अध्यक्ष जसविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री को सिरोपा भेंट किया।
इस अवसर पर विधायक हरीश जनारथा एवं हरदीप सिंह बावा, मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान, महापौर सुरेन्द्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल, पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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