कुरुक्षेत्र अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तरफ पूरा विश्व आकर्षित हो रहा है। यह गीता स्थली कुरुक्षेत्र पूरे विश्व को शांति सद्भावना का मार्ग दिखाने का काम कर रहा है। इससे पूरे विश्व में संघर्ष मिट जाएगा और शांति सद्भावना बन जाएगी।
कुरुक्षेत्र अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तरफ पूरा विश्व आकर्षित हो रहा है। यह गीता स्थली कुरुक्षेत्र पूरे विश्व को शांति सद्भावना का मार्ग दिखाने का काम कर रहा है। इससे पूरे विश्व में संघर्ष मिट जाएगा और शांति सद्भावना बन जाएगी।
विपुल गोयल तथा कृष्ण कुमार बेदी ने सांध्यकालीन महाआरती में की शिरकत, मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
खबर खास, चंडीगढ़ :
कुरुक्षेत्र अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तरफ पूरा विश्व आकर्षित हो रहा है। यह गीता स्थली कुरुक्षेत्र पूरे विश्व को शांति सद्भावना का मार्ग दिखाने का काम कर रहा है। इससे पूरे विश्व में संघर्ष मिट जाएगा और शांति सद्भावना बन जाएगी।
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने गत दिवस देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रूप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया।
गोयल ने कहा कि कलयुग से 35 वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर गीता का उपदेश दिया और महर्षि वेद व्यास ने पवित्र ग्रंथ गीता को प्रकट किया। श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को सुनाया था। भगवत गीता का ज्ञान ही हमें इस सांसारिक मोह-माया के बंधन से आजाद कर सकता है। गीता का ज्ञान ही स्वयं को और सर्वशक्तिशाली ईश्वर को पहचानने का अवसर देता है।
बेदी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश पवित्र ग्रंथ गीता में है, जो मनुष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे हर मनुष्य को जानना बहुत जरूरी है। श्रीमद्भगवद्गीता वर्तमान में धर्म से ज्यादा जीवन के प्रति अपने दार्शनिक दृष्टिकोण को लेकर भारत में ही नहीं विदेशों में भी लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रही है। पवित्र ग्रंथ गीता विश्व के सभी धर्मों की सबसे प्रसिद्ध पुस्तकों में शामिल है।
इसके अतिरिक्त, इस अवसर पर विपुल गोयल और कृष्ण कुमार बेदी ने ओडिसा पैविलयन में सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। इसके अलावा, प्रसिद्घ कलाकार एवं ओडिसा में डीसीपी श्रीनिवास व प्रसिद्घ कलाकार निकित सरकार को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सहयोगी राज्य ओडिसा की तरफ से ब्रह्मïसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में ओड़ीसा पैविलयन में ग्रामीण प्रवेश और सांस्कृतिक विरासत को अनोखे अंदाज से दिखाने का प्रयास किया गया।
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