हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के शहरों और कस्बों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, बरसाती पानी की निकासी, पेयजल और सीवरेज जैसे अंतर-एजेंसी समन्वय से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए, जिला गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पंचकूला और हिसार के उपायुक्तों को छोड़कर, सभी उपायुक्त संबंधित विभागों और अधिकारियों की मासिक समन्वय बैठकों के लिए एजेंडा तैयार करेंगे।
महानगर विकास प्राधिकरणों वाले शहरों में भी होगी नियमित मासिक समन्वय बैठक
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के शहरों और कस्बों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, बरसाती पानी की निकासी, पेयजल और सीवरेज जैसे अंतर-एजेंसी समन्वय से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए, जिला गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पंचकूला और हिसार के उपायुक्तों को छोड़कर, सभी उपायुक्त संबंधित विभागों और अधिकारियों की मासिक समन्वय बैठकों के लिए एजेंडा तैयार करेंगे।
संबंधित उपायुक्तों द्वारा ऐसी बैठकों का एजेंडा और मिनट्स डीएमसी के परामर्श से तैयार किया जाएगा तथा जिले के प्रभारी प्रशासनिक सचिव के दौरे के समय उनके समक्ष रखा जाएगा। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी द्वारा इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किए गए हैं।
सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि महानगर विकास प्राधिकरणों (गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण, फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण,सोनीपत महानगर विकास प्राधिकरण, पंचकूला महानगर विकास प्राधिकरण, और हिसार महानगर विकास प्राधिकरण) वाले शहरों में सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों की नियमित मासिक समन्वय बैठक होगी।
जीएमडीए, एफएमडीए और एसएमडीए की ऐसी मासिक बैठकें प्रधान सलाहकार, शहरी विकास की अध्यक्षता में होंगी। पीएमडीए की मासिक बैठकें नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जबकि एचएमडीए की मासिक बैठकें प्रभारी प्रशासनिक सचिव, हिसार की अध्यक्षता में आयोजित की जाएंगी।
बैठकों का एजेंडा और मिनट्स सम्बन्धित महानगर विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों द्वारा तैयार किया जाएगा और महानगर विकास प्राधिकरण की बैठक में रखा जाएगा।
सरकार ने यह निर्णय 17 मार्च, 2025 को जारी निर्देशों की निरंतरता में लिया है। उन निर्देशों में कहा गया था कि प्रदेश के कस्बों और शहरों में एजेंसियों की बहुलता और समन्वय सम्बन्धी मुद्दों पर विचार करते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि जिला प्रशासन, नगर निगम, महानगर विकास प्राधिकरण और शहरी विकास प्राधिकरण में से किसी एक में तैनात सबसे वरिष्ठ अधिकारी समग्र समन्वय अधिकारी होगा। वह ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, बरसाती पानी की निकासी, पेयजल और सीवरेज जैसे अंतर-एजेंसी समन्वय से जुड़े मुद्दों के लिए उस शहर में तैनात विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों की समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता भी करेगा।
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