पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में बीते रोज भूस्खलन की चपेट में आए सेना के कैंप में हिमाचल के नाहन के रहने वाले लांसनायक मनीष ठाकुर (24) सिक्किम में शहीद हो गए। वह नाहन के बड़ाबन गांव के रहने वाले थे। 3 जून हेलिकॉप्टर से उनकी पार्थिव देह चंडीगढ़ लाई जाएगी। इसके बाद उनका पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
खबर खास, शिमला :
पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में बीते रोज भूस्खलन की चपेट में आए सेना के कैंप में हिमाचल के नाहन के रहने वाले लांसनायक मनीष ठाकुर (24) सिक्किम में शहीद हो गए। वह नाहन के बड़ाबन गांव के रहने वाले थे। 3 जून हेलिकॉप्टर से उनकी पार्थिव देह चंडीगढ़ लाई जाएगी। इसके बाद उनका पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
मनीष ठाकुर का तीन महीने पहले ही विवाह हुआ था और अभी तक उनकी मां और पत्नी को इस बारे नहीं बताया गया है। उन्हें सिर्फ इतना कहा गया है कि मनीष घायल हुए हैं। बावजूद इसके रिश्तेदार और आस पड़ोस के लोग परिवार को सांत्वना देने के लिए घर पहुंच रहे हैं।
प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मनीष ठाकुर की शहादत पर शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मनीष ठाकुर के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि शहीद को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को दुख सहने की क्षमता प्रदान करें।"
मनीष ठाकुर का जन्म 15 जनवरी 1998 को हुआ था। वह 12वीं करने के बाद 15 सितंबर 2016 को सेना में सिपाही भर्ती हुए थे। उनकी इसी साल 6 मार्च को तनु देवी से शादी हुई थी। उनके घर में पत्नी के अलावा, पिता जोगिंदर सिंह, मां किरण बाला और एक छोटा भाई है। मनीष के पिता जोगिंदर सिंह मजदूरी करते हैं। 10 अप्रैल को ही मनीष छुट्टी काटकर ड्यूटी लौटे थे।
सैनिक कल्याण बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर रिटायर्ड मेजर दीपक धवन ने बताया कि प्रशासन को सूचना दे दी गई है। शहीद मनीष ठाकुर सिक्किम के छत्ते गांव में ड्यूटी पर थे। वह थ्री-डोगरा यूनिट में सेवारत थे।
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