ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। बीते रोज उसने भारत के कई प्रमुख स्थानों को निशाना बनाकर हमला किया। हालांकि भारतीय सेना ने इस हमले को नाकाम कर दिया। इसे लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से यहां एक पत्रकार वार्ता की गई। इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं।
कहा, अपने एयरस्पेस में विमान उड़ने दिए ताकि भारत न कर सके जवाबी हमला
खबर खास, नई दिल्ली :
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। बीते रोज उसने भारत के कई प्रमुख स्थानों को निशाना बनाकर हमला किया। हालांकि भारतीय सेना ने इस हमले को नाकाम कर दिया। इसे लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से यहां एक पत्रकार वार्ता की गई। इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि 8-9 मई की मध्य रात्रि को पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से भारतीय युद्ध क्षेत्र में कई बार हमला किया। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 36 स्थानों पर घुसपैठ का प्रयास किया गया। करीब 300-400 ड्रोन का इस्तेमाल किया था। जिसक मकसद खुफिया जानकारी और वायु रक्षा प्रणालियों की जानकारी लेना। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में या सामने आया कि तुर्किये के ड्रोन थे, जिनकी जांच की जा रही है। भारतीय सेनाओं ने इन्हें नष्ट कर दिया। एक यूएवी भी मूवमेंट कर रही थी, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी फायरिंग की, इसमें कुछ जवान घायल हुए। सात मई को रात साढ़े आठ बजे मिसाइल और ड्रोन हमला किया और उस दौरान अपना एयर स्पेस बंद नहीं किया। नागरिकों का इस्तेमाल ढाल के लिए किया। कर्नल सोफिया ने कहा कि पंजाब सेक्टर में हाई एयर डिफेंस अलर्ट के दौरान हमारा एयरस्पेस नागरिक उड़ानों के लिए बंद है, लेकिन पाकिस्तान के इलाके में नागरिक उड़ान चल रही थी। पाकिस्तान का नागरिक विमान दमस से उड़ान भरकर लाहौर तक गया। भारतीय वायुसेना ने अपनी प्रतिक्रिया में संयम दिखाया और अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमान सेवा की सुरक्षा तय की। पाकिस्तान की यूएवी ने भठिंडा आर्मी स्टेशन टारगेट करने की कोशिश की थी, जिसे गिरा दिया गया था।
वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि कल रात की पाकिस्तानी सेना की कायरतापूर्ण गतिविधियों से आपको अवगत करा दिया गया है। ये उकसाने वाली कार्रवाई थी, उन्होंने भारतीय शहरों और सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर और कुछ मिलिट्री ठिकाने को टारगेट किया। भारतीय सैन्य इकाइयों ने इनका उत्तर दिया। मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान दावा करता है कि उन्होंने किसी धार्मिक स्थान पर हमला नहीं किया। उन्होंने पुंछ में गुरुद्वारे पर हमला किया। इन हमलों की जिम्मेदारी लेने की बजाय, पाकिस्तान कह रहा है कि भारतीय आर्मी ऐसा कर रही है। पाकिस्तान अपनी हरकतों और आक्रमणों को मानने से इनकार कर रहा है और दुनिया को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कह रहा है कि हमने ननकाना साहिब पर ड्रोन हमला किया है। पाकिस्तान कोशिश कर रहा है कि धार्मिक रंग इस मामले को दिया जा सके। पहलगाम हमले में ही यही दिखाई दिया है। गुरुद्वारा पर हमले में कुछ सिख मेंबर्स की मौत भी हुई है। पाकिस्तान कह रहा है कि हम अपने ही शहरों पर हमला कर रहे हैं, यह सिर्फ कल्पना है।
उन्होंने कहा कि एक शेल पाकिस्तान ने फायर किया था जो पुंछ में एक क्राइस्ट स्कूल के पास गिरा था। क्राइस्ट स्कूल के स्टूडेंट की जान चली गई है। क्रिश्चियन कॉन्वेंट पर भी बम गिरा है। कुछ लोगों ने अंडरग्राउंड हॉल में छिपकर जान बचाई। पाकिस्तान चर्च, गुरुद्वारा और मंदिरों को निशाना बना रहा है।
उन्होंने कहा कि आईएमएफ को लेकर आज बैठक हो रही है, हम वहां अपनी बात रखेंगे। यह बोर्ड पर निर्भर है कि वह क्या करते हैं। जहां तक भारत के जवाब की बात है, जो आज सुबह गतिविधियां हुई। भारत ने जिम्मेदारी से उसका जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि भारत ने बहावलपुर आतंकी ठिकाने को निशाना बनाया और यह अमेरिकी पत्रकार की हत्या का बदला था। बहावलपुर जैश ए मोहम्मद का हेडक्वॉर्टर है। मौलाना मसूद अजहर इसका मुखिया है। जैश ए मोहम्मद कहीं न कहीं अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या से जुड़ा है। मगर असली आरोपी अहमद उमर सईद शेख था जो एक ब्रिटिश पाकिस्तानी जिहादी है। मगर उसका आतंकी संगठन से कनेक्शन था। उसने ही पर्ल की हत्या की थी। ऐसे में कहें कि बहावलपुर में हमारा हमला इन सभी कड़ियों को जोड़ता है।
उन्होंने कहा कि उनकी यूएस सेक्रेटरी से बात हुई है और पहलगाम हमले के बाद भारत के जवाब की जानकारी दी गई है। आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ है। भारत ने अपनी तरफ से तनाव बढाने वाला कोई काम नहीं किया। यूके के फॉरेन सेक्रेटरी से भी बात हुई है। इसमें कहा गया है कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति ही रहेगी।
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