राज्यपाल ने कहा कि आज हम बाबा बंदा सिंह बहादुर के अद्वितीय साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं, जिन्होंने पंजाब में न्याय और स्वशासन की नींव रखी और मुगलों के अत्याचार के खिलाफ डटे रहे। धर्म के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और उनका सर्वोच्च बलिदान पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।