* सेना ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक, 100 से अधिक आंतकियों के मारे जाने की खबर
* सेना ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक, 100 से अधिक आंतकियों के मारे जाने की खबर
खबर खास, चंडीगढ़/नई दिल्ली :
कशमीर के पहलगाम हमले का बदला लेते हुए देश की सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान में बीती देर रात आतंकियों के नौ ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इसमें सौ से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। ऑपरेशन सिंदूर नाम से इस एयरस्ट्राइक को उन महिलाओं को समर्पित किया गया जिन्होंने बीते दिनों पहलगाम की बायसन घाटी में अपने-अपने सुहाग को खोया था। इस बारे में सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बाबत विस्तार से जानकारी दी।
खास बात यह थी कि ऐसा पहली बार था कि सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक हिंदू और एक मुस्लिम महिला अधिकारी मौजूद रहीं। आर्मी की लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी।
प्रेस को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमले के षडयंत्रकारियों-अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाना जरूरी था। वो इनकार करने और आरोप लगाने में ही लिप्त रहे हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों के बारे में हमें सूचना मिली कि और हमले कर सकते हैं। इन्हें रोकना जरूरी था। हमनें आतंकवाद के खिलाफ अपने अधिकारों का उपयोग किया है।
इसके बाद आर्मी की लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पीओके में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की जानकारी दी।
दोनों महिला अफसरों ने कहा- पीओके में सबसे पहले सवाई नाला मुजफ्फराबाद में लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर था। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली। सैयदना बिलाल कैंप मुजफ्फराबाद में हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी। कोटली गुरपुर कैंप लश्कर का है। पुंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हुए हमले के आतंकी यहीं ट्रेंड हुए थे। बरनाला कैंप भिम्बर में हथियार हैंडलिंग, अब्बास कैंप कोटली यह एलओसी से 13 किमी दूर है। फिदायीन तैयार होते हैं।
उन्होंने बताया कि रात एक बजकर पांच मिनट और एक बजकर 30 मिनट के बीच ऑपरेशन हुआ। पहलगाम में मारे गए पर्यटकों के लिए यह ऑपरेशन हुआ। पाकिस्तान और पीओके में नौ टारगेट पहचाने गए थे और इन्हें हमने तबाह कर दिया। लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।
अधिकारियों के मुताबिक पीओके में मुजफ्फराबाद स्थित लश्कर के सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर को सबसे पहले निशान बनाया गया। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली। इसके अलावा मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप जहां हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी। तीसर निशाना कोटली का लश्कर का गुरपुर कैंप। 2023 में पूंछ में श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी यहीं ट्रेंड हुए थे। भिंम्बर का बरनाला कैंप जहां हथियार चलाना सिखाया जाता है। कोटली का अब्बास कैंप जो एलाओसी से 13 किमी दूर है और यहां फिदायीन तैयार होते हैं। इसके अलावा सियालकोट का सरजल कैंप जहां मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या के आतंकवादियों को ट्रेन किया गया था। पठानकोट हमले का प्लान जिस सियालकोट के हिजबुल महमूना जाया कैंप में की गई थी, उसे भी उड़ाया गया। इसके साथ मुरीदके का मरकद तैयबा कैंप, जहां अजमल कसाब और डेविड कोलमैन हेडली ट्रेन हुए थे।मरकज सुभानअल्लाह भावलपुर जैश का हेडक्वार्टर था। जहां भर्ती, ट्रेनिंग दी जाती थी। पाकिस्तान सेना के बड़े अफसर यहां आते थे।
विदेश सचिव मिस्री बोले- आप सभी जानते हैं कि 22 अप्रैल 2025 को लश्कर से संबंधित पाकिस्तानी और पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों ने पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर हमला किया। 25 नागरिकों और एक नेपाली नागरिक को मार डाला है। 26/11 के बाद यह सबसे बड़ी घटना है। पहलगाम कायरतापूर्ण हमला था, इसमें परिवार के सामने लोगों की हत्या की जाए। लोगों से कहा गया कि वे इस हमले का संदेश पहुंचाएं। ये हमला जम्मू-कश्मीर की अच्छी स्थिति को प्रभावित करने के लिए किया गया था। पिछले साल सवा दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक कश्मीर आए थे। हमले का मकसद विकास और प्रगति को नुकसान पहुंचाकर पिछड़ा बनाए रखा जाए। हमले का यह तरीका जम्मू-कश्मीर और देश में सांप्रदायिक दंगे फैलाने से प्रेरित था। एक समूह ने खुद को टीआरएफ कहते हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। इसे यूएन ने प्रतिबंधित किया है और यह लश्कर से जुड़ा हुआ है।
इस्लामाबाद में सभी स्कूल-कॉलेज बंद
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सभी सरकारी और निजी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सरकार ने कहा है कि सभी निर्धारित परीक्षाएं अपने तय समय पर होंगी। इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा पाकिस्तान सेना एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर लगातार फायरिंग कर रही है। फायरिंग में जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में 6 नागरिकों की मौत हो गई है और 34 घायल हैं। हालांकि, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर की मौत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक,मुरिदके स्थित मरकज तैयबा पर की गई एयर स्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा के हाई वैल्यू टारगेट हाफिज अब्दुल मलिक मारा गया। हाफिज अब्दुल मलिक संगठन के रणनीतिक अभियानों से जुड़ा एक अहम चेहरा माना जाता था। लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था।
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November 09, 2024
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