* राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा * बोले, नेशनल हेराल्ड मामले में भाजपा झूठ बोल रही है
* राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा * बोले, नेशनल हेराल्ड मामले में भाजपा झूठ बोल रही है
खबर खास, शिमला :
'प्रर्वतन निदेशालय यनि ईडी ने आतंक मचा रखा है और विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर ही आयकर के छापे पड़ते हैं।' यह कहना है राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का। वह आज, मंगलवार को शिमला में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी मौजूद थीं।
गहलोत ने आरोप लगाया कि देश को इन तीनों एजेंसियों पर पर गर्व होना चाहिए। मगर अब इनका खुलकर दुरुपयोग हो रहा है। इतिहास में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। देश को आजादी दिलाने वाले गांधी परिवार को टारगेट किया जा रहा है।
गहलोत ने कहा, नेशनल हेराल्ड की 5 हजार करोड़ की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने के आरोप लग रहे हैं, जबकि केंद्र के आयकर विभाग ने 413 करोड़ रुपए की संपत्ति का मूल्यांकन किया है। उन्होंने कहा, नेशनल हेराल्ड के पास कुल छह संपत्तियां हैं। उनमें से पांच बेची नहीं जा सकती। इनका इस्तेमाल लीज की प्रॉपर्टी की तरह हो रहा है।
फिर भी आरोप लग रहे कि गांधी परिवार ने 5000 करोड़ की प्रॉपर्टी खुर्द बुर्द कर दी। वो प्रॉपर्टी बेची नहीं जा सकती। उन्होंने कहा, यंग इंडिया नाम से जो कंपनी बनाई गई, वह नॉन प्रोफिटेबल कंपनी है। इससे कोई भी शेयर होल्डर एक रुपए का फायदा भी नहीं ले सकता।
विपक्षी पार्टियों को दुश्मन की तरह ट्रीट कर रहे मोदी
अशोक गहलोत ने कहा, देश आज गलत दिशा में जा रहा है। विपक्ष के साथ दुश्मन की तरह व्यवहार हो रहा है। विपक्ष को दबाने के लिए ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई का इस्तेमाल हो रहा है। ईडी के माध्यम से शासन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, इलेक्ट्रॉल बॉन्ड मामले में भी ईडी का दुरुपयोग हुआ। आखिर में सुप्रीम कोर्ट को बंद करना पड़ा।
गहलोत ने कहा, नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ जो चार्जशीट पेश की गई, वो मजाक बनकर रह गई है। चार्जशीट को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा। इससे किसी को भी समन नहीं आए।
उन्होंने कहा, नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरुआत 1980 में हुई। एसोसिएट जनरल पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनाकर इसका प्रकाशन शुरू किया गया। पंडित नेहरू ने फ्रीडम मूवमेंट को गति देने के लिए नेशनल हेराल्ड शुरू किया।
उन्होंने कहा, आर्थिक हालात के कारण बहुत से अखबार बंद हो जाते हैं। नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन भी बंद हो गया। उस घाटे से उभारने के लिए कांग्रेस ने इस कंपनी की मदद की और 100 ट्रांजैक्शन से 10 साल में 90 करोड़ दिए और यंग इंडिया के नाम से नई कंपनी बनाई गई, ताकि अखबार में काम कर रहे कर्मचारियों को वेतन मिल सके और अखबार शुरू हो सके।
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