सरकार ने अशोक तिवारी को डीजीप का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है जबकि एसपी सोलन गौरव सिंह को एसपी शिमला का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। जबकि ओंकार शर्मा से सभी विभाग वापस लेते हुए केके पंत को गृह और राजस्व विभाग का जिम्मा सौंपा गया है। जल शक्ति विभाग शक्ति विभाग संदीप कदम और ट्राइबल डेवलपमेंट राखिल काहलों को दिया गया।
खबर खास, शिमला :
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में सुक्खू सरकार ने डीजीपी अतुल वर्मा, एसपी शिमला संजीव गांधी और अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा पर बड़ी कार्रवाई करते हुए तीनों अधिकारियों को लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। सरकार ने अशोक तिवारी को डीजीप का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है जबकि एसपी सोलन गौरव सिंह को एसपी शिमला का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। जबकि ओंकार शर्मा से सभी विभाग वापस लेते हुए केके पंत को गृह और राजस्व विभाग का जिम्मा सौंपा गया है। जल शक्ति विभाग शक्ति विभाग संदीप कदम और ट्राइबल डेवलपमेंट राखिल काहलों को दिया गया।
इससे पहले सीएम सुखविंदर सुक्खू राज्यपाल शुक्ला से मिले थे और उन्हें बीते दिनों हुए घटनाक्रम पर पूरा विवरण दिया था। इसके बाद सचिवालय में बैठक चली जिसमें मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, सीएम के सचिव राकेश कंवर, एडवोकेट जनरल अनूप रत्न और लॉ सेक्रेटरी मौजूद रहे।
यहां खास बात यह है कि डीजीपी अतुल वर्मा 31 मई को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले ही उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया है। सुक्खू ओंकार शर्मा से भी खासे खफा थे। चूंकि ओंकार शर्मा ने विमल नेगी केस में जांच रिपोर्ट एडवोकेट जनरल ऑफिस की वेटिंग के बगैर ही हाईकोर्ट में दे दी थी, उसपर सुकखू ने आपत्ति जताई है। हालांकि रिपोर्ट तैयार करने के लिए सीएम ने ओंकार की प्रशंसा की है, क्योंकि ओंकार ने सरकार के आदेशों पर ही विमल नेगी मौत मामले की प्रशासनिक जांच की थी।
सीएम बीते कल ही दिल्ली से लौटे। उन्होंने बीते कल भी इसी मामले को लेकर उच्च अधिकारियों की मीटिंग ली। आज दोबारा पौने तीन घंटे तक मीटिंग ली गई। इसमें तीनों अफसरों को लंबी छुट्टी पर भेजने का फैसला हुआ है।
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