गडकरी तक पहुंची बात तो फोन कर सीएम सुक्खू से कार्रवाई करने को कहा
गडकरी तक पहुंची बात तो फोन कर सीएम सुक्खू से कार्रवाई करने को कहा
खबर खास, शिमला :
प्रदेश सरकार में मंत्री अनिरुद्ध सिंह पर अपनी ही सरकार में मामला दर्ज किया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है और पंचायती राज मंत्री पर आरेाप है कि उन्होंने एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर और साइट इंजीनियर को कमरे में ले जाकर पीटा। इसके अलावा आरोप है कि उन्होंने पानी से भरा घड़ा मारकर उनका सिर फोड़ दिया।
मारपीट की यह घटना 30 जून की है, जब मंत्री अनिरुद्ध शिमला में पांच मंजिला बिल्डिंग ढहने का जायजा लेने के लिए गए थे। आरोप था कि एनएचएआई के फोरलेन की कटिंग की वजह से मकान की नींव हिल गई। फिर बारिश में नींव धंसने से बिल्डिंग गिर गई। जिससे आसपास के घरों को भी खतरा पैदा हो गया। मंत्री के जायजे के बाद अधिकारियों से मारपीट की घटना हुई। इस बारे में मंत्री से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कोई बयान नहीं देना चाहते।
वहीं, अधिकारियों से मारपीट का पता चलते ही केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कड़ा रुख दिखाते हुए सीएम सुखविंदर सुक्खू से इस मामले में कार्रवाई की करने को कहा है। जिसके बाद सीएम ने भी वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने गडकरी को कानून के मुताबिक कार्रवाई का भरोसा दिया था।
गौर रहे कि सोमवार सुबह शिमला के भट्टाकूफर की माठू कालोनी में सुबह पांच मंजिला मकान ढह गया। जिससे दो घरों को खतरा पैदा हो गया। प्रभावित परिवारों ने एनएचएआई को इसका जिम्मेदार बताया था। मकान गिरने के कुछ देर बाद पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी मौके पर प्रभावितों से मिलने पहुंचे। एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अचल जिंदल और साइट इंजीनियरिंग योगेश यहां पहले से मौजूद थे।
प्रोजेक्ट मैनेजर अचल जिंदल की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि आपदा प्रभावित लोगों से मिलने के बाद मंत्री अनिरुद्ध सिंह उन्हें एक कमरे में ले गए। इस कमरे में काफी लोग थे। सभी के सामने पहले उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। बाद में पानी के घड़े से सिर पर वार किया। इससे उनके सिर से खून बहने लगा। अचल जिंदल ने बताया कि साइट इंजीनियर योगेश ने जब बीच बचाव किया तो उसे भी पीटा गया। इससे दोनों को गंभीर चोटें आई। अंचल ने बताया कि उन्होंने मंत्री को पूरे मामले की जानकारी भी दी, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं हुए। उनके साथ लगातार अभद्रता की गई।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने यह भी आरोप लगाया कि मौके पर मौजूद एसडीएम समेत दूसरे लोगों में से किसी ने भी उन्हें नहीं बचाया। इसके बाद वह जान बचाकर भागे। अब वह आईजीएमसी शिमला में उपचार करवा रहे हैं। पुलिस ने अचल जिंदल की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 132, 121(1), 352, 126(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
एनएचएआई चेयरमैन ने मुख्य सचिव को लिख पत्र
इस मामले को लेकर एनएचएआई चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने हिमाचल के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा- फील्ड अधिकारियों के साथ इस तरह मारपीट से उनका मनोबल गिरेगा। इससे हिमाचल में 23,729 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन 17 एनएच प्रोजेक्ट का काम प्रभावित होगा।
चेयरमैन ने आगे लिखा- ये एनएच प्रोजेक्ट न केवल राष्ट्रीय दृष्टिकोण से कनेक्टिविटी के लिए जरूरी हैं, बल्कि हिमाचल की अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। NHAI अधिकारियों के साथ मारपीट की घटना राज्य की कानून व्यवस्था की कमियों पर सवाल उठाती है। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच और कानून के अनुसार मुकद्दमा चलाने की मांग की है।
गडकरी ने सोशल मीडिया पर की मामले की निंदा
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट करके इस मामले की निंदा की। गडकरी ने कहा- हिमाचल प्रदेश के पंचायती राज मंत्री और उनके सहयोगियों द्वारा अचल जिंदल पर किया गया जघन्य हमला अत्यंत निंदनीय है। ये कानून के शासन का अपमान है। अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन कर रहे एक लोक सेवक पर इस तरह का क्रूर हमला न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है, बल्कि संस्थागत अखंडता को भी नष्ट करता है। मैंने मामले का गंभीरता से संज्ञान लिया है और मुख्यमंत्री सुक्खू से बात की है। सभी अपराधियों के खिलाफ तत्काल और अनुकरणीय कार्रवाई करने का आग्रह किया है। जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए और बिना देरी के न्याय मिलना चाहिए।
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November 09, 2024
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