38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में गत सायं सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायकी से पूरा सूरजकुंड झूम उठा। पंजाब के विख्यात गायक गुरताज ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन पंजाबी गीतों की प्रस्तुति से पंडाल में मौजूद सभी दर्शकों में जोश भर दिया।
38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में गत सायं सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायकी से पूरा सूरजकुंड झूम उठा। पंजाब के विख्यात गायक गुरताज ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन पंजाबी गीतों की प्रस्तुति से पंडाल में मौजूद सभी दर्शकों में जोश भर दिया।
खबर खास, चंडीगढ़ :
38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में गत सायं सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायकी से पूरा सूरजकुंड झूम उठा। पंजाब के विख्यात गायक गुरताज ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन पंजाबी गीतों की प्रस्तुति से पंडाल में मौजूद सभी दर्शकों में जोश भर दिया।
केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने गत सायं 38वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला पूरे विश्व में अपनी पहचान बना चुका है। इस मेले से देश-विदेशों के शिल्पकारों को अपना हुनर प्रदर्शित करने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा, अनेकता में एकता की मिसाल बना यह मेला विश्वभर के कलाकारों द्वारा दी जा रही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देशभर के शिल्पकारों को आर्थिक तौर पर समृद्ध बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। वहीं हरियाणा सरकार भी मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में बिना भेदभाव के समान रूप से विकास कार्य के पथ पर अग्रसर हो रही है।
मेले में सांस्कृतिक संध्या में गुरताज की पंजाबी म्यूजिक बीट पर पंडाल में उपस्थित युवा देर रात तक झूमते रहे। उन्होंने एक से एक बढ़कर पंजाबी गीतों की शानदार प्रस्तुतियां दी। मित्रा दे नाल धोखा नहीं कमाई दा, असी मरगै नी ओए-ओए, मित्रां दा ना चलदा, कोका तेरा कुछ-कुछ कहेंदा नी कोका और गुड़ नाल ईश्क मिठा ओए होए रब्बा लग ना किसी नू जावे आदि मन मोहक पंजाबी गीतों पर पर्यटक देर रात तक थिरकते रहे।
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