इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में सीएम सैनी ने वैज्ञानिकों और छात्रों से विज्ञान आधारित विकास मॉडल बनाने का आह्वान किया
इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में सीएम सैनी ने वैज्ञानिकों और छात्रों से विज्ञान आधारित विकास मॉडल बनाने का आह्वान किया
खास खबर, चंडीगढ़ :
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने 11वें इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के दूसरे दिन वैज्ञानिकों से कहा कि वे विज्ञान को प्रयोगशालाओं की सीमाओं तक न रखें और इसका लाभ हर नागरिक तक पहुंचाएं। उनका कहना था कि जब विज्ञान किसानों की पैदावार बढ़ाए, मरीजों की बीमारी ठीक करे और उद्यमियों को सशक्त बनाए, तभी वह समाज में वास्तविक समृद्धि लाता है।
कार्यक्रम में सीएम सैनी ने स्टूडेंट्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी विलेज का उद्घाटन किया, जिसे आधुनिक भारत का ‘नया नालंदा’ कहा जा रहा है। उन्होंने विज्ञान प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और नवीनतम तकनीकों में गहरी रुचि दिखाई।
सीएम सैनी ने कहा कि विज्ञान केवल करियर का साधन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की ताकत है। उन्होंने छात्रों, युवाओं और वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वे विज्ञान आधारित विकास मॉडल तैयार करें, जो हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण जीवन दे और भारत को वैश्विक नेतृत्व दिलाए।
उन्होंने बताया कि हरियाणा कृषि प्रधान राज्य होते हुए अब विज्ञान, शिक्षा और नवाचार का केंद्र बन रहा है। सरकार STEM शिक्षा, एआई, रोबोटिक्स, साइबर सुरक्षा, एग्रीटेक, बायोटेक और स्पेस टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता दे रही है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला और हिसार आईटी और अनुसंधान के प्रमुख केंद्र बन रहे हैं।
सीएम सैनी ने बताया कि छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए छात्रवृत्ति योजनाएं, अंतरराष्ट्रीय विज्ञान ओलंपियाड पुरस्कार और युवा वैज्ञानिकों के लिए ‘हरियाणा विज्ञान रत्न’ तथा ‘युवा विज्ञान रत्न’ पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
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