हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर फरीदाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट का निरीक्षण करने के उपरांत परेड की सलामी ली।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर फरीदाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट का निरीक्षण करने के उपरांत परेड की सलामी ली।
राज्यपाल दत्तात्रेय ने फरीदाबाद में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में फहराया राष्ट्रीय ध्वज
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर फरीदाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट का निरीक्षण करने के उपरांत परेड की सलामी ली। इससे पहले, राज्यपाल ने टाऊन पार्क स्थित शहीद स्मारक पर जाकर वीर बलिदानियों को नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ विवेक जोशी व पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने राज्यपाल का राज्य स्तरीय समारोह में पहुंचने पर स्वागत किया।
राज्यपाल ने राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेशवासियों को 76 वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे गणतंत्र के 75 वर्षों की यात्रा कई अर्थों में ऐतिहासिक है। हमें अनेक चुनौतियों और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा लेकिन हम विविधता में एकता के मंत्र को लेकर आगे बढ़ते रहे। भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सहित सभी संविधान निर्माताओं का देश सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने हमें एक मजबूत और समावेशी भारत बनाने के लिए संविधान के रूप में अमूल्य सौगात दी। समावेशी और सुदृढ़ भारत की मजबूत नींव संविधान के निर्माण में पंद्रह महिला सदस्यों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य की ओर हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। संविधान में निहित आदर्शों ने निरंतर हमारे गणतंत्र को राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि आज हम 76वां गणतंत्र दिवस मना रहें है, इसी समय प्रयागराज संगम में पवित्र महाकुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। कुंभ और गणतंत्र दिवस दोनों ही हमारे देश की ताकत और विरासत का प्रतीक है। उन्होंने महाकवि सूरदास और 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक शहीद राजा नाहर सिंह को स्मरण करते हुए तिगांव गांव में बने जीतगढ़ स्मारक का जिक्र करते हुए नमन किया।
उन्होंने हरियाणा सरकार की स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिजनों तथा शहीदों की वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए चलाई गई नीतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने कृतज्ञता के भाव के साथ सेनानियों व वीर बलिदानियों के आश्रितों को सम्मान देने का काम किया है। देश की सीमाओं की सुरक्षा करने व युद्ध में शहीद सैनिकों के परिवारों का सम्मान करते हुए उन्हें दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 50 लाख रुपए से बढ़ाकर एक करोड़ रुपए किया है। इसी तरह शहीदों के 416 आश्रितों को सरकारी नौकरियां भी दी है। अग्रिवीरों को राज्य में होने वाली सीधी भृत्यों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय भी सरकार ने लिया है।
राज्यपाल ने कहा कि आज हरियाणा समावेशी विकास के रूप में पूरे भारत वर्ष में एक मिसाल बन चुका है। हरियाणा सरकार सबका साथ-सबका विश्वास और सबका प्रयास की राह पर चलते हुए प्रदेश को विकास की नई बुलंदियों की ओर निरंतर ले जाने का काम कर रही है। नारी शक्ति को सशक्तिकरण के लिए भी सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि किसान हित में भी प्रदेश सरकार ने सराहनीय कार्य किए है। पूरे देश में हरियाणा प्रदेश ही हैं जहां किसानों की सभी 24 फसलों की खरीद एसएसपी पर की जाती है।
परेड में दुर्गा शक्ति ने पाया पहला स्थान
राज्यपाल ने परेड का शानदार नेतृत्व करने पर ओवरऑल कमांडर प्रतीक गहलोत को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। वहीं परेड में पहले स्थान पर दुर्गा शक्ति, दूसरे स्थान पर एनसीसी आर्मी विंग-2 व तीसरे स्थान पर रही सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड को भी ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
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