इसमें भगवान श्रीराम के बचपन की लीलाओं का किया गया वर्णन सप्तसिंधु वाल्मीकि अध्ययन केंद्र और हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सरंक्षण में किया गया अनुवाद