धर्मश्रेत्र- कुरुक्षेत्र ऐसी धरा है, जिसका न केवल महाभारत से नाता रहा है, बल्कि सिख गुरु श्री गुरु नानक देव जी से लेकर श्री गुरु गोविंद सिंह जी तक के चरण इस पावन धरा पर पड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई थी।
श्री गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की कुर्बानी को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा, कुरुक्षेत्र में 26 दिसंबर को होगा राज्य स्तरीय समारोह
खबर खास, चंडीगढ़ :
धर्मश्रेत्र- कुरुक्षेत्र ऐसी धरा है, जिसका न केवल महाभारत से नाता रहा है, बल्कि सिख गुरु श्री गुरु नानक देव जी से लेकर श्री गुरु गोविंद सिंह जी तक के चरण इस पावन धरा पर पड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई थी। इसी कड़ी में मुख्यमंत्रीनायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार द्वारा कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर गुरद्वारा छठी पातशाही में वीर बाल दिवस को राज्य स्तरीय समारोह के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
इस संबंध में सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर साहिबजादों की कुर्बानी को याद कर नमन करेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में भी वीर बाल दिवस पर साहिबजादों की कुर्बानी पर आधारित सेमीनार सहित अनेक प्रकार के कार्यकर्मों का आयोजन किया जाएगा। युवाओं को इस कार्यक्रम से विशेष तौर पर जोड़ा जाएगा। समारोह का मुख्य उद्देश्य आज के युवाओं व भावी पीढ़ियों को साहिबजादों की कुर्बानी के बारे में अवगत करवाना है। हरियाणा के मुख्यमंत्री की इस पहल के लिए सिख समाज का धन्यवाद किया है।
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