केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की। उनके साथ लोकसभा के सांसद एन.के. प्रेमचन्द्रन तथा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के सदस्य भी उपस्थित थे।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की। उनके साथ लोकसभा के सांसद एन.के. प्रेमचन्द्रन तथा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के सदस्य भी उपस्थित थे।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम को जोड़ेंगे अभियान से
खबर खास, शिमला :
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की। उनके साथ लोकसभा के सांसद एन.के. प्रेमचन्द्रन तथा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के सदस्य भी उपस्थित थे।
उन्होंने राज्यपाल के साथ बैठक कर श्रमिकों से संबंधित सुविधाओं और राज्यपाल द्वारा कार्यान्वित नशामुक्ति अभियान पर विस्तृत चर्चा की। केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर राज्यपाल को शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर, राज्यपाल ने सदस्यों का राजभवन में स्वागत करते हुए कहा कि कारोना महामारी में मनसुख मांडविया ने जिस मेहनत व समर्पण के साथ कार्य किया और लोगों के जीवन को बचाने का कार्य किया वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि आज वे श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक प्रभावी कदम उठा रहे हैं जिनका लाभार्थियों को फायदा हो रहा है। राज्यपाल ने उनके द्वारा हिमाचल प्रदेश में चलाए जा रहे नशे के विरूद्ध अभियान की जानकारी दी तथा बताया कि किस तरह उन्होंने अभियान को पंचायत स्तर तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि समाज का हर वर्ग अब अभियान का हिस्सा बन रहा है और अपना योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सिंथेटिक ड्रग चिंता का विषय बन गया है लेकिन, आज अभिभावक खुलकर सामने आ रहे हैं और सूचनाएं दे रहे हैं। जन प्रतिनिधि भी इसे प्रमुखता से ले रहे हैं और प्रदेश सरकार ने भी इस दिशा में अनेक प्रभावी पग उठाए हैं।
शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से उन्होंने यह अभियान शुरू किया था जो अब आंदोलन बन चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में वे नशे के खिलाफ जागरूकता के अनेक कार्यक्रम कर चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल प्रदेश को राज्यपाल के लम्बे राजनीतिक जीवन का अनुभव मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नशे के अवैध कारोबार को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं। उनके कहने पर ही वह राजभवन आए क्योंकि उन्होंने कहा था कि हिमाचल के राज्यपाल नशे के जिस अभियान को चला रहे हैं उससे सीख लेकर देशभर के युवाओं को जागृत करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि वे भी अपने मंत्रालय के माध्यम से एक समर्पित अभियान नशे के खिलाफ चलाएंगे और निगम को भी इस अभियान से जोड़ने का कार्य करेंगे।
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