जिला संगरूर में नागरिक सुरक्षा उपायों के तहत बुधवार शाम 8:30 बजे से 8:40 बजे तक क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास किया गया, जिसके दौरान लाइटें बंद रखी गईं। इस प्रकार, पूरा संगरूर शहर 10 मिनट तक अंधेरे में डूब गया।
जिला संगरूर में नागरिक सुरक्षा उपायों के तहत बुधवार शाम 8:30 बजे से 8:40 बजे तक क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास किया गया, जिसके दौरान लाइटें बंद रखी गईं। इस प्रकार, पूरा संगरूर शहर 10 मिनट तक अंधेरे में डूब गया।
उपायुक्त टी बेनिथ ने सहयोग के लिए शहरवासियों को किया धन्यवाद
खबर खास, संगरूर :
जिला संगरूर में नागरिक सुरक्षा उपायों के तहत बुधवार शाम 8:30 बजे से 8:40 बजे तक क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास किया गया, जिसके दौरान लाइटें बंद रखी गईं। इस प्रकार, पूरा संगरूर शहर 10 मिनट तक अंधेरे में डूब गया।
डिप्टी कमिश्नर टी. बेनिथ और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री अमित बांबी ने बताया कि ब्लैकआउट अभ्यास पूरे संगरूर शहर (सिविल अस्पताल क्षेत्र को छोड़कर) में आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य संभावित हवाई हमलों या युद्ध जैसी स्थितियों के दौरान आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए निवासियों को तैयार करना है।
प्रोटोकॉल की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में सभी लाइटें, इनवर्टर और जनरेटर पूरी तरह बंद कर दिए जाने चाहिए। स्वचालित सौर/सीसीटीवी लाइटें बंद कर दी जानी चाहिए तथा वाहनों को सड़क के किनारे लाइटें बंद करके पार्क किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हवाई हमलों के दौरान संभावित लक्ष्य बनने से बचने के लिए क्रैश ब्लैकआउट को एक महत्वपूर्ण आपातकालीन उपाय माना जाता है।
उन्होंने ऊंची इमारतों में रहने वाले निवासियों को हवाई हमले की स्थिति में भूतल या भूमिगत आश्रयों में चले जाने की सलाह भी दी। जिन लोगों को तत्काल आश्रय नहीं मिल पा रहा है, उन्हें पेड़ों के नीचे शरण लेने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि हमने ऐसी आपातकालीन स्थितियों से निपटने का अभ्यास किया होता तो आत्मरक्षा में हमें काफी लाभ होता।
डिप्टी कमिश्नर ने क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास के दौरान सहयोग देने के लिए शहरवासियों का आभार व्यक्त किया तथा आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी जिला प्रशासन को इसी प्रकार सहयोग प्रदान करते रहेंगे।
इसके अलावा एसएसपी सरताज सिंह चहल ने सोशल मीडिया पर गलत सूचना और भड़काऊ संदेश फैलाने के खिलाफ भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमें ऐसे असत्यापित संदेशों को फॉरवर्ड करने से बचना चाहिए, जो दहशत फैला सकते हैं और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर नजर रखने और उन्हें फैलने से रोकने के लिए जिले के साइबर सेल को अलर्ट पर रखा गया है।
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November 09, 2024
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