'कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन को लेकर हाईकोर्ट में झूठे और गलत आंकड़ें दिए हैं। यदि प्रबंधन ने गलत आंकड़े दिए हैं तो कर्मचारी उसे लेकर एफैडेविड दें, यदि जांच में आरोप सही पाए गए तो संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।' यह कहना है हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के चेयरमैन आरएस बाली का।
खबर खास, शिमला :
'कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन को लेकर हाईकोर्ट में झूठे और गलत आंकड़ें दिए हैं। यदि प्रबंधन ने गलत आंकड़े दिए हैं तो कर्मचारी उसे लेकर एफैडेविड दें, यदि जांच में आरोप सही पाए गए तो संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।' यह कहना है हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के चेयरमैन आरएस बाली का। शिमला में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि यदि कर्मचारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठ बोलने के लिए गलत बोला तो यह बर्दाश्त नहीं होगा। ऐसे में कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक कमेटी गठित करके आंकड़े वाली बात को चेक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनियन का काम लोगों के हित की बात करना है।
गौर रहे कि कुछ दिन पहले कर्मचारियों ने आरएस बाली पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद आज बाली ने कहा कि उनके पिता जीएस बाली जब टूरिज्म मिनिस्टर बने थे तो उन्होंने एक भी रुपया निगम का नहीं देना था। बाली ने कहा कि जब उन्हें चेयरमैन बनाया गया तो उन्होंने भी चिट्टी लिखी की, मेरा जो भी बिल होगा, उसका भुगतान वह खुद करेंगे। उनकी एक रुपए की भी देनदारी नहीं है। मुझे सरकार ने गाड़ी व स्टाफ दे रखा है। मगर मैं अपनी निजी गाड़ी में चलता हूं।
वहीं, एचपीटीडीसी के होटलों को लेकर बाली ने कहा कि सब कुछ ठीक है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने सभी होटल बिना किसी शर्त के खुला रखने के आदेश दिए हैं। वह अदालत के आदेश का स्वागत करते हैं। बाली ने कहा कि एचपीटीडीसी में 2022-23 व 2023-24 में क्रमश 105 करोड़ और 109 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड टर्नओवर रहा है। एचपीटीडीसी में घाटे के कारण को गिनाते हुए बाली ने कहा कि भाजपा सरकार ने पांच साल में अपने कर्मचारियों को 29 करोड़ रुपए के वित्तीय लाभ दिए जबकि कांग्रेस सरकार के दो साल से कम के कार्यकाल में 35 करोड़ रुपए के लाभ कर्मचारियों को दिए। उन्होंने कहा कि नए वेतनमान के कारण वित्तीय बोझ बड़ा है।
बाली ने पूर्व मंत्री राकेश पठानिया पर भी झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि पठानिया ने कहा कि 'भाजपा सरकार के कार्यकाल में चायल पैलेस होटल 4.50 करोड़ के मुनाफे में था जबकि सच्चाई यह है कि जिस साल पठानिया इस मुनाफे की बात कर रहे हैं, उस दौरान चायल पैलेस होटल का टर्नओवर दो करोड़ से कम था।'
बाली ने कहा कि अदालत ने सिर्फ होटल बंद करने की बात कही थी लेकिन भाजपा नेताओं ने नीलामी और कुर्क होने को लेकर जनता में भ्रम फैला दिया। उन्होंने भाजपा नेताओं को झूठ बोलने की नसीहत देते हुए धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा को निशाने पर लिया।
गौर रहे कि एचपीटीडीसी के कर्मचारी-पेंश्नर ने निगम के चेयरमैन आरएस बाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें बदलने की मांग की थी।
दरअसल सोमवार को हाईकोर्ट ने एचपीटीडीसी के सभी होटलों को खुला रखने की इजाजत दी है। इसमें सरकार और निगम ने राहत की सांस ली। निगम प्रबंधन ने अदालत में भरोसा दिलाया कि एचपीटीडीसी के मृत कर्मचारियों के आश्रितों को उनके लाभ दस दिनों के भीतर दे दिए जाएंगे। इसी प्रकार पेंशनरों की सभी देनदारियां भी छह महीने में क्लियर कर दी जाएगी।
हाईकोर्ट की डबल बैंच ने बीते सोमवार को एकल पीठ के आदेशों को पलट कर सरकार को बड़ी राहत दी है। कोर्ट के इन आदेशों के बाद कर्मचारियों ने अपने ही चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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