मामले की समीक्षा करने पर यह पाया गया कि पेंशन शाखा ने 9 माह में पेंशन के केवल 1,800 मामलों में संशोधन किया था। इस प्रकार सभी पेंशनभोगियों को पेंशन संशोधन का लाभ मिलने में कम से कम पांच माह लगते।