ये वे पार्टियां हैं जो वर्ष 2019 से पिछले छह वर्षों के दौरान किसी भी चुनाव में भाग लेने की आवश्यक शर्त को पूरा करने में असफल रही हैं और जिनके दफ्तरों का भौतिक रूप से कोई पता नहीं लगाया जा सका है। ये 345 रजिस्टर्ड गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियां देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं।