उन्होंने कहा कि खगोलशास्त्र, आयुर्वेद जैसी प्रमुख विद्याएं तथा ज्योतिष, योग आदि विषय हमारे प्राचीन ग्रंथों का अभिन्न हिस्सा हैं।