हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति में वहां की महिलाओं का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो परिवार, समाज और देश सब आगे बढ़ते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति में वहां की महिलाओं का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो परिवार, समाज और देश सब आगे बढ़ते हैं।
प्रधानमंत्री के 2047 के विकसित भारत में माताओं, बहनों व बेटियों का होगा सबसे बड़ा योगदान-मुख्यमंत्री
सैनी ने आनलाईन माध्यम से प्रदेश में 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का किया उद्घाटन
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति में वहां की महिलाओं का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो परिवार, समाज और देश सब आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास और गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 के विकसित भारत में अगर किसी का सबसे बड़ा योगदान होगा तो वो इस देश की माताओं बहनों बेटियों का होगा।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह में मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री ने परम्परागत दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
महिलाओं को विशेष दिनों में मिलने वाली छुट्टियों में की गई बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने महिला दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए महिला कल्याण की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के कार्यालयों में नियमित महिला सरकारी कर्मचारियों को अब प्रतिवर्ष 20 की बजाय 25 छुट्टियां मिलेंगी। इसी प्रकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम में काम कर रही महिला कर्मियों को प्रतिवर्ष 10 छुट्टियां मिलती थी। अब इन वार्षिक अवकाश के अलावा महिला कर्मचारियों को प्रतिमाह एक अतिरिक्त
छुट्टी दी जाएगी। इस तरह इन कर्मचारियों को 10 की बजाय 22 छुट्टियां मिलेगी। उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश की महिलाओं को डेयरी इकाइयां स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने की तीन नए पोर्टलों की शुरूआत
इसके अलावा सैनी ने ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश में 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन और बाल भवन चरखी दादरी का शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने घरेलू हिंसा शिकायत पंजीकरण और निगरानी के लिए पोर्टल, आपकी बेटी-हमारी बेटी के लिए एमआईएस पोर्टल और एसएनपी मांग और आपूर्ति पोर्टल का शुभारंभ किया।
लैंगिक समानता को एक नारा नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप देना होगा
सैनी ने कहा कि आज का दिन न केवल महिलाओं का सम्मान करने का है बल्कि उनके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करने का भी है। अगर आज हम दुनियाँ को सुंदर, सशक्त और सुद्रढ़ रूप में देखते है तो उसमें महिलाओं का ही योगदान है। उन्होंने कहा कि यदि हमें विकसित भारत बनाना है, तो इसके निर्माण में महिलाओं की बराबर की भागीदारी तेजी से सुनिश्चित करना जरूरी है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का थीम भी ’लैंगिक समानता के लिए कार्य में
तेजी लाना’ है। उन्होंने कहा कि हमें लिंगानुपात में बराबरी लाने के लिए अपने प्रयासों को और तेज करना होगा। लैंगिक समानता को एक नारा नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप देना होगा ताकि हर बेटी और हर महिला को उसकी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिले।
मेरी सफलता में मेरी माताजी का बहुत बड़ा योगदान है-मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि जिससे जीवन का हर एक दिन हो उसके लिए कोई एक दिन तय नहीं किया जा सकता। पर उन्हें सम्मान देने के लिए उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए यह एक दिन एक अवसर के रूप में हो सकता है। 8 मार्च की यह तारीख उसी सम्मान और सत्कार का प्रतीक है। उन्हें खुशी है कि आज ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें हमारी माताएं -बहने आगे न हो। उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि हर सफल इंसान के पीछे किसी महिला का हाथ होता है बिल्कुल सही कहते हैं। मेरे अपने जीवन में मेरी सफलता में मेरी माताजी का बहुत बड़ा योगदान है।
लिंगानुपात में हुआ अभूतपूर्व सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को स्वावलम्बी बनाकर उनका सशक्तिकरण हमारी प्राथमिकता भी है और संकल्प भी। पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में महिलाओं के प्रति वातावरण भी बदला है और महिलाओं का सम्मान भी बढ़ा है। जब हमने प्रदेश की बागडोर सम्भाली तब लिंगानुपात और कन्या भ्रूण हत्या के मामले में स्थिति बड़ी चिंताजनक थी। हरियाणा को बेटियों को मारने वाले प्रदेश के रूप में देखा जाता था परंतु प्रधानमंत्री द्वारा पानीपत की ऐतिहासिक धरती से ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम की शुरुआत करने के बाद प्रदेश का लिंगानुपात जो वर्ष 2014 में 871 था वह अब बढकर 916 हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ हम उनकी सुरक्षा के लिए भी कृतसंकल्प हैं। मुख्यमंत्री ने लिंगानुपात व पोषण सुधार में उल्लेखनीय कार्य करने वाले इन जिलों को किया सम्मानित
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने लिंगानुपात में सुधार हेतु जिलों को राज्य स्तरीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया। करनाल और यमुनानगर जिले को संयुक्त रूप से पहला पुरस्कार प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने करनाल के उपायुक्त उत्तम सिंह और यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता को 2.50-2.50 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। जिला महेंद्रगढ़ को द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर उपायुक्त डाॅ विवेक भारती को 3 लाख रुपये और जिला भिवानी को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर उपायुक्त महावीर कौशिक को 2 लाख रुपये पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों की पोषण स्थिति में अधिकतम सुधार लाने के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ जिलों को पोषण पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने उपायुक्त यमुनानगर को प्रथम, उपायुक्त कुरुक्षेत्र को द्वितीय तथा उपायुक्त भिवानी को तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए क्रमश 2 लाख रुपये, एक लाख रुपये तथा 50 हजार रुपये की राशि प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने जिला करनाल की शांता रंगा को 5 लाख रुपये की राशि का श्रीमती सुषमा स्वराज पुरस्कार, जिला हिसार की कुमारी बाला वर्मा और जिला जींद की रेखा रानी धीमान को 1.50-1.50 लाख रुपये की राशि के इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को नकद पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया।
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November 09, 2024
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