10वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी शामिल होंगे प्रधानमंत्री इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मध्यप्रदेश सहयोगी राज्य की भूमिका में होगा
10वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी शामिल होंगे प्रधानमंत्री इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मध्यप्रदेश सहयोगी राज्य की भूमिका में होगा
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में हिन्द की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी शामिल होंगे। धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से शुरू होने वाला 10वां अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 5 दिसंबर तक चलेगा। पहली बार यह महोत्सव 21 दिन तक चलेगा।
मुख्यमंत्री सोमवार को हरियाणा निवास चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में संस्कृति, ज्ञान और आध्यात्मिकता का अलग ही संगम देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र 48 कोस की परिधि में फैला है। इस क्षेत्र में अनेक तीर्थ हैं। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा 182 तीर्थों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आज गीता महोत्सव ने अंतर्राष्ट्रीय पहचान बना ली है। गीता महोत्सव का आयोजन मॉरीशस,लंदन, यूके, कनाडा, आस्ट्रेलिया, श्रीलंका एवं इंडोनेशिया में आयोजित किया जा चुका है। गीता की जन्मस्थली धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में हर साल अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसलिए हर साल प्रबंध भी व्यापक स्तर पर किये जाते हैं।
उन्होंनें कहा कि इस बार के अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में मध्यप्रदेश सहयोगी राज्य की भूमिका में रहेगा। मध्यप्रदेश अपनी समृद्ध धार्मिक व आध्यात्मिक संस्कृति के लिए विख्यात है। ऐसे महान सांस्कृतिक परंपराओं वाले राज्य का अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में सहयोगी राज्य बनने से इस महोत्सव की गरिमा और गौरव कई गुणा बढ़ गए हैं। मध्यप्रदेश द्वारा ब्रह्मसरोवर पर स्थित पुरुषोत्तम पुरा बाग में सांस्कृतिक पैवेलियन बनाया जा रहा है। जहां मध्य प्रदेश की संस्कृति से परिचित होने का मौका मिलेगा।
उन्होंने बताया कि 24 नवम्बर को ब्रह्मसरोवर पर गीता यज्ञ एवं पूजन के साथ अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का विधिवत शुभारंभ होगा और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारम्भ भी किया जाएगा। इसके साथ ही भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी में 16 देशों के 25 विद्वानों की उपस्थिति रहेगी।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय के माध्यम से 51 देशों में गीता महोत्सव के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, जिनका लाइव प्रसारण रहेगा। फिजी और त्रिनिदाद एवं टोबेगो से 20 पंडित 2 दिन के लिए कुरुक्षेत्र आ रहे हैं,जोकि महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 26 नवम्बर से 30 नवम्बर तक पुरुषोत्तमपुरा बाग में पद्म विभूषण सम्मानित रामभद्राचार्य द्वारा जियो गीता के तत्वावधान में कथा का आयोजन किया जाएगा।साथ ही 29 नवम्बर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में संत सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें देश के प्रख्यात सन्त मिलकर गीता एवं अध्यात्म विषय पर चर्चा करेंगे। 30 नवम्बर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सिनेट हाल में अखिल भारतीय देवस्थानम सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में भारत वर्ष की विभिन्न संस्थाओं के प्रमुखों की उपस्थिति रहेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि महोत्सव के दौरान सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, हरियाणा द्वारा एक यू-टूब चैनल चलाया जाएगा। इसमें विभिन्न श्रद्धालु श्रीमद्भगवद गीता में ‘मेरा पसंदीदा श्लोक’ एवं उस श्लोक से उनके जीवन में आए बदलाव पर अपना अनुभव सांझा करेंगे। सबसे ज्यादा देखे जाने वाली विडियो क्लिप को महोत्सव के समापन समारोह में 1 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
इसके अलावा 15 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक ब्रह्म सरोवर के पावन तट पर भव्य गीता महा आरती का आयोजन किया जाएगा। साथ ही 25 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 1 दिसंबर को ज्योतिसर तीर्थ पर गीता यज्ञ, गीता पाठ एवं भागवत कथा का आयोजन होगा। उसी दिन थीम पार्क, कुरुक्षेत्र में 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा गीता का वैश्विक पाठ किया जाएगा। इसमें देश-विदेश से लाखों गीता प्रेमी एवं श्रद्धालु ऑनलाइन भी जुड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन होगा। इसमें कुरुक्षेत्र भूमि के 182 तीर्थ समितियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। 1 दिसम्बर को ही कुरुक्षेत्र भूमि के सभी 182 तीर्थों पर दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा और गीता शोभायात्रा निकाली जाएगी। साथ ही हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ब्रह्म सरोवर पर 24 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक गीता पुस्तक मेले को आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के दौरान कल्याणकारी योजनाओं की प्रदर्शनी, शिल्प मेला, फन फेयर व ‘बलराम’ कुश्ती दंगल का आयोजन भी करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रम 28 नवंबर से सभी जिला मुख्यालयों पर शुरू होंगे और 1 दिसम्बर को सभी जिलों के मुख्यालयों में गीता शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही 1800 विद्यार्थियों द्वारा गीता का वैश्विक पाठ किया जाएगा और ग्राम पंचायतों द्वारा अपने तीर्थों पर सायंकाल को दीपोत्सव भी मनाया जाएगा।
कुरुक्षेत्र बना विश्व की श्रद्धा का केंद्र: स्वामी ज्ञानानंद महाराज
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन के बाद कुरुक्षेत्र के स्वरूप में अद्भुत परिवर्तन आया है। आज कुरुक्षेत्र ने पूरे विश्व में एक विशिष्ट पहचान प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र हमारे देश के पावन तीर्थों में एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हरियाणा सरकार के प्रयासों से गीता जयंती महोत्सव ने अब अंतरराष्ट्रीय स्वरूप ग्रहण कर लिया है। इसके परिणामस्वरूप देश-विदेश से लाखों पर्यटक कुरुक्षेत्र आने लगे हैं।
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