हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज सावित्री बाई फुले जयंती के अवसर पर बहादुरगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने सावित्री बाई फुले को नमन करते हुए कहा कि सावित्री बाई फुले न सिर्फ भारत की पहली महिला शिक्षिका थी, बल्कि एक स्वतंत्र व्यक्तित्व और महिलाओं के अधिकारों की प्रणेता थी।
सावित्री बाई फुले केवल नाम नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण की कहानी : सैनी
मुख्यमंत्री ने बहादुरगढ़ हल्कावासियों को दी सौगात, बहादुरगढ़ से आसौदा तक मेट्रो लाइन के विस्तार के प्रस्ताव को शीघ्रता से आगे बढ़ाया जाएगा
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज सावित्री बाई फुले जयंती के अवसर पर बहादुरगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने सावित्री बाई फुले को नमन करते हुए कहा कि सावित्री बाई फुले न सिर्फ भारत की पहली महिला शिक्षिका थी, बल्कि एक स्वतंत्र व्यक्तित्व और महिलाओं के अधिकारों की प्रणेता थी।
मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि माता सावित्री बाई फुले की जयंती को सरकारी स्तर पर मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले के सम्मान में हरियाणा सरकार ने राजकीय महिला कॉलेज, लोहारू, भिवानी का नाम माता सावित्री बाई फुले के नाम पर रखा है। सैनी ने बहादुरगढ़ हल्कावासियों को सौगात देते हुए कहा कि बहादुरगढ़ से आसौदा तक मेट्रो के विस्तार के प्रस्ताव पर राज्य सरकार द्वारा तीव्र गति से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़ नगर परिषद को मानदंड पूरा होने पर नगर निगम बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लाइन पार फाटक पर अंडरपास के निर्माण, बहादुरगढ़ सड़क के नवीनीकरण, पुरानी कोर्ट के साथ लगती खाली पड़ी जमीन पर पार्क विकसित करने और पुराने बस अड्डे के साथ लगती खाली जमीन पर व्यायामशाला-योगशाला बनाने के संबंध में फिजिबिल्टी चैक करवाकर इन परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधूरे पड़े उत्तरी बाईपास के निर्माण तथा नई अनाज मंडी के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनधिकृत कॉलोनियों को सरकार द्वारा नियमित किया जा चुका है और उनमें मुलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। यदि ऐसी अनधिकृत कॉलोनियों की जानकारी मिलती है तो उन्हें भी मानदंड पूरा करवाकर नियमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वार्ड- 7 और 10 में छठ पूजा घाट बनाए जायंगे। मुख्यमंत्री ने बहादुरगढ़ के विकास कार्यों के लिए अलग से 5 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
सावित्री बाई फुले केवल नाम नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण की कहानी
सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि सावित्री बाई फुले केवल नाम नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण और बेटियों की शिक्षा की एक पूरी कहानी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं को शिक्षित करने और सशक्त बनाने के लिए कृतसंकल्प है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए निरंतर अथक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक क्रांति की अग्रदूत और महिला सशक्तिकरण की बुलंद आवाज सावित्री बाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका ही नहीं, बल्कि एक स्वतंत्र व्यक्तित्व और महिलाओं के अधिकारों की प्रणेता थी।
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