आरती सिंह राव ने प्रत्येक शिकायतकर्ता की बात को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में अधिकतर शिकायतें स्वास्थ्य सेवाओं, डॉक्टरों की अनुपस्थिति, दवाओं की आपूर्ति और व्यक्तिगत चिकित्सा सहायता से संबंधित थीं।