बैठक में 718 करोड़ रुपये से ज्यादा के कॉन्ट्रैक्ट और वस्तुओं की खरीद को दी गई मंजूरी विभिन्न बोलीदाताओं से नेगोसिएशन के बाद लगभग 26 करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत हुई