हरियाणा सरकार ने प्रदेश में ओलंपिक , एशियाई तथा कामनवेल्थ खेलों के लिए खिलाड़ियों की पौध तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए राज्य सरकार ने "खेल नर्सरी योजना 2025 - 26" बनाई है।
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में ओलंपिक , एशियाई तथा कामनवेल्थ खेलों के लिए खिलाड़ियों की पौध तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए राज्य सरकार ने "खेल नर्सरी योजना 2025 - 26" बनाई है।
शिक्षण संस्थान, पंचायत एवं निजी खेल संस्थान भी कर सकते हैं आवेदन
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में ओलंपिक , एशियाई तथा कामनवेल्थ खेलों के लिए खिलाड़ियों की पौध तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए राज्य सरकार ने "खेल नर्सरी योजना 2025 - 26" बनाई है। इस योजना के तहत स्थापित नर्सरियों में अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों को ध्यान में रख कर खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकारी ,निजी शिक्षण संस्थानों , पंचायत एवं निजी खेल संस्थानों से खेल नर्सरी स्थापित करने हेतु आवेदन आमंत्रित किये हैं। इन संस्थानों में केवल ओलम्पिक , एशियाई व कामनवेल्थ खेलों में सम्मिलित खेलों के लिए ही खेल नर्सरियां खोली जाएंगी। इच्छुक संस्थान विभागीय वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 मार्च 2025 निर्धारित की गई है।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार की खेल नीति को देशभर में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। पिछले कई वर्षों से हरियाणा के खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में किसी भी अन्य राज्य से ज्यादा मैडल लेकर आ रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मैडल विजेताओं को जहां सरकारी नौकरी दी जाती हैं वही अच्छी खासी ईनामी धनराशि भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि ओलंपिक खेलों में मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को हरियाणा में सर्वाधिक राशि दी जाती है। ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 2.5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है।
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