* सेना की प्रेसवार्ता में बोले एयर मार्शल अवधेश कुमार * कहा, नुकसान के लिए पाकिस्तानी सेना खुद जिम्मेदार
* सेना की प्रेसवार्ता में बोले एयर मार्शल अवधेश कुमार * कहा, नुकसान के लिए पाकिस्तानी सेना खुद जिम्मेदार
खबर खास, नई दिल्ली :
ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना ने सोमवार को दोबारा प्रेस वार्ता की। इस दौरान देश की तीनों सेनाओं ने साफ किया कि हमारी लड़ाई आतंकियों से थी जिसे पाकिस्तानी सेना ने अपना बना लिया। अब इससे हुए नुकसान के लिए वह खुद जिम्मेदार हैं। इस प्रेस वार्ता में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर 32 मिनट तक फिर जानकारी दी।
एयर मार्शल भारती ने कहा, 'भय बिनु होय ना प्रीत। हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। अपनी सेना के नुकसान के लिए वह खुद जिम्मेदार है।' भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था। उन्होंने कहा कि बीते रोज हमने 'ऑपरेशन सिंदूर' की जॉइंट ऑपरेशन की डिटेल ब्रीफिंग दी थी। हमने कहा था कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान सेना ने दखलंदाजी की, हमने उसका जवाब दिया। हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के साथ थी, 7 मई को हमने सिर्फ आतंकवादियों पर हमला किया। पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया और हमें जवाब देना पड़ा। उन्हें जो नुकसान हुआ उसके लिए पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमले में चाइनीज ओरिजन की मिसाइल शामिल थीं, इनमें लॉन्ग रेंज रॉकेट थे, uav थे, चीनी ओरिजन के कुछ कॉप्टर्स और ड्रोन थे। इन्हें हमारे एयरडिफेंस सिस्टम ने मार गिराया। हमने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिनिमम टारगेट पर रखा, जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार सभी जगह हमले कर रही थी। आपको पता है कि एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वैरायटी है। इसमें लो लेवल फायरिंग, सरफेस टु एयर मिसाइल, लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइल शामिल हैं। हम पर ड्रोन और यूएवी से हमला किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि पाकिस्तानी हमले के दौरान हमारे सभी सिस्टम एकसाथ एक्टिव हुए, मॉडर्न डेज वार फाइटिंग के लिहाज से ये अहम था। पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया। आकाश सिस्टम से भी हमलों का जवाब दिया गया। कल हमने कुछ टारगेट्स की डिटेल्स को आपके साथ शेयर किया था। हम जो तस्वीरें दिखा रहे हैं, वो बता रही हैं कि हमने दुश्मन ड्रोन, फाइटर एयरक्राफ्ट और मिसाइल गिराईं। हमारी तरफ कम से कम नुकसान हुआ।
इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, 'आज मैं इस युद्द के अहम पहलू के बारे में बता रहा हूं। हमें एयर डिफेंस ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को समझने की आवश्यकता है। मैंने कल बताया था कि पिछले कुछ सालों में आतंक की गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था।' 'इंटरनेशनल बाउंड्री से रडार, एयर डिफेंस सिस्टम, विटेंज एयर डिफेंस सिस्टम और मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम की लेयर थी। इसे पारकर हमारी एयरफील्ड को अटैक करना उनके लिए मुश्किल था। उन्होंने इस दौरान एक तस्वीर साझा करते हुए कहा कि ये चित्र एक घटना की याद दिलाता है। 70 के दशक में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज चल रहा था। 2 तेज गेंदबाज जेफ थॉमसन और डेनिस लिली ने अंग्रेजी बैट्समैन को तहस-नहस कर दिया। ऑस्ट्रेलियंस ने उस समय एक कहावत निकाली थी। ऐशेज टू एशेज एंड डस्ट टू डस्ट। आज क्रिकेट की भी बात जरूरी है। विराट कोहली ने संन्यास लिया है, वे मेरे भी फेवरेट क्रिकेटर हैं। हमारी फोटो में दिखाई गई इस लेयर को पार कर भी गए तो हमारी एयरफील्ड को हिट करने से पहले कोई ना कोई सिस्टम उन्हें गिरा देगा। हमारी एयर डिफेंस शील्ड हर वक्त एक्टिव है।
140 करोड़ भारतीय हमारे पीछे खड़े, इसके लिए हम आपको सैल्यूट करते हैं: घई
उन्होंने बीएएसएफ की सराहना करहते हुए कहा कि उनके डायरेक्टर जनरल से लेकर पोस्ट पर पहरा देने वाले जवान बढ़चढ़कर शामिल हुए और हमें मदद की। हमारी मल्टी टियर्ड ग्रुप का वे भी हिस्सा थे। आपने सुना होगा, जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीनों सेनाएं मिलकर काम कर रही थीं। हमारे 140 करोड़ भारतीय हमारे पीछे खड़े थे। इसके लिए हम आपको सैल्यूट करते हैं।
हमारे पायलट 24 घंटे अलर्ट मोड पर थे : वाइस एडमिरल
इसके बाद वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन की जानकारी देते हुए कहा कि हमारे पायलट 24 घंटे अलर्ट मोड में थे। 'नौसेना सर्विलांस, डिटेक्शन में लगी हुई थी। हमने मल्टीपल सेंसर्स और इनपुट्स दिए। हमने उन खतरों को पहचाना, जिन्हें तुरंत न्यूट्रिलाइज्ड किया जाना था। ड्रोन, हाईस्पीड मिसाइल और एयरक्राफ्ट की जानकारी दी गई, ये एडवांस राडार के जरिए दी गई। हमारे पायलट रात और दिन में ऑपरेट करने के लिए तैयार थे। हमारे एयरक्राफ्ट कैरियर में मिग-29 एक्शन के लिए तैयार थे। संदिग्ध दुश्मन जहाज को कई सौ किमी. पास आने का मौका हमने पास के सालों में नहीं दिया है।
इसके बाद एयर मार्शल भारती ने कहा कि, मैं यह स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि सभी मिलिट्री बेस, सिस्टम ऑपरेशनल हैं और नए मिशन के लिए तैयार हैं।'
पत्रकारों के सवालों के जवाब में एयर मार्शल भारती ने कहा कि राष्ट्रकवि रामधारी की कविता है, याचना नहीं अब रण होगा, ये प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दिखाई गई। उनके साथी ने बताया कि तुर्किये के ड्रोन थे। दिनकर की कविता से शुरू किया गया। संदेश पर रामचरित मानस याद दिलाऊंगा।
विनय ना माने जलधि जड़, गए तीन दिन बीत,
बोले राम सकोप तक भय बिन होय ना प्रीत॥
उन्होंने कहा कि बाकी समझदार के लिए इशारा काफी है। तुर्किश ड्रोन हों या कहीं के भी ड्रोन हों, हमने दिखा दिया है कि किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी का सामना करने के लिए हम तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कोई सबुत नहीं दे रहा। यह पहले से ही हम सोच रहे थे। वे अपनी जनता को जानकारी नहीं दे रहे हैं। हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। पाकिस्तान कोशिश कर रहा है कि वो अपनी कहानियां बनाए। हमें एक जॉब दी गई, हमने उसे पूरा किया।
अगली लड़ाई अलग तरह से जाएगी लड़ी
एयर मार्शल भारती बोले कि जैसा मैंने कल कहा था कि कितने जहाज थे, किस तरह की लड़ाई थी। ये तकनीकी डिटेल्स के सवाल हैं। हम जितना एक्सप्लेन करना था हम कर चुके हैं। इस लड़ाई को इस स्वरूप में होना था। अगली लड़ाई अलग तरह से लड़ी जाएगी। हर लड़ाई एक तरह से नहीं होगी। हमें बस उनसे आगे रहना है। यह अलग तरह की लड़ाई थी। कई और तरह की लड़ाई सामने आएगी और हम तैयार हैं। सीजफायर के उल्लंघन पर उन्होंने कहा कि पहले भी दोनों देशों के बीच सहमति बनी है। इस बार भी यही हुआ है, लेकिन दुर्भाग्यवश 10 मई की शाम 7 बजे के करीब पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। हमने इसके बारे में उन्हें बताया भी। देखते हैं आज क्या होता है। हमारे जवाब देने की बात हो तो आप जान सकते हैं भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
पाकिस्तान के दावों पर कि उसने भारत के राफेल समेत कई विमान मार गिराए पर उन्होंन कहा कि इस वक्त मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहूंगा क्योंकि हम अभी भी युद्ध की हालत में हैं। अगर मैं इस पर कुछ कहूंगा तो इसका उल्टा असर होगा। हम उन्हें (पाकिस्तान को) इस वक्त कोई फायदा नहीं देना चाहते हैं। बस इतना कहूंगा कि जो मकसद हमने तय किया उसे हासिल किया और हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस आए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के विमानों को हमने हमारी सीमा में आने से रोका इसलिए हमारे पास मलबा नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से, हमने कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है। संख्या के बारे में हम यहां कोई अनुमान नहीं लगाना चाहेंगे, मेरे पास संख्याएं हैं और हम इन्हें स्थापित करने के लिए तकनीकी विवरण प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए मैं इस समय कोई आंकड़ा नहीं देना चाहूंगा।' उन्होंने कहा सीडीएस ने सभी कमांडर को छूट दे रखी है कि वह किसी भी सीमा वायलेशन का जवाब दें।
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