इस अवसर पर दोनों नेताओं में संसदीय प्रणाली, विधायी कार्यों, भविष्य में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलनों तथा जोन स्तर के राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ सम्मेलनों पर गहन तथा विस्तृत चर्चा हुई।