हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने गुरुवार को जींद जिले की उचाना अनाज मंडी का औचक निरीक्षण किया और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में मंडी सचिव, मंडी पर्यवेक्षक और डायरी क्लर्क को निलंबित करने का आदेश दिया। मंत्री ने इनके खिलाफ
लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर यह सख्त कदम उठाया गया है।
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने गुरुवार को जींद जिले की उचाना अनाज मंडी का औचक निरीक्षण किया और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में मंडी सचिव, मंडी पर्यवेक्षक और डायरी क्लर्क को निलंबित करने का आदेश दिया। मंत्री ने इनके खिलाफ
लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर यह सख्त कदम उठाया गया है।
कृषि मंत्री ने बताया कि मंडियों में अधिकारियों की अनुपस्थिति की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इन शिकायतों की पुष्टि के लिए उन्होंने औचक निरीक्षण का फैसला लिया। श्री राणा ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कर्तव्य में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने रिकॉर्ड रजिस्टर की जांच की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि मंडियों में आने वाले किसानों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने उच्च अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी कर्मचारी समय से कार्यस्थल पर मौजूद रहें और किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए।
कृषि मंत्री द्वारा आज की कार्रवाई एक सप्ताह में दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले 6 फरवरी को उन्होंने यमुनानगर जिला के साढ़ौरा कस्बा और रायपुर रानी की अनाज मंडियों का औचक निरीक्षण किया था। साढ़ौरा मंडी में मंडी सचिव और नीलामी रिकॉर्डर को ड्यूटी से अनुपस्थित पाया गया था। इसके बाद रायपुर रानी मंडी में मंडी सचिव और नीलामी रिकॉर्डर भी ड्यूटी से नदारद मिले थे। इसके बाद कृषि मंत्री ने मौके पर ही इन अधिकारियों के निलंबन का आदेश जारी किया था।
आज कैथल जिले के बट्टा गांव के पशु अस्पताल का निरीक्षण करते हुए कृषि मंत्री ने अस्पताल स्टाफ को निर्देश दिया कि पशुओं को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं। इसके अलावा , उन्होंने मंडी स्टाफ को मंडियों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए।
बाद में मंत्री ने हिसार जिले के खरबला और सिसर गांव का दौरा किया। यहां ग्रामीणों ने मंत्री को ज़मीन में सेम की समस्या से अवगत कराया। कृषि मंत्री ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस समस्या के समाधान के लिए सर्वेक्षण कर ट्यूबवेल लगाने की व्यवस्था की जाए।
राणा ने राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारियों को भी कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि ड्यूटी में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों की समस्याओं के समाधान को प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया।
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