सीएस पद के लिए 1988 बैच के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता और 1993 बैच के केके पंत हैं मजबूत दावेदार श्याम भगत नेगी का डीजीपी बनना लगभग तय
सीएस पद के लिए 1988 बैच के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता और 1993 बैच के केके पंत हैं मजबूत दावेदार श्याम भगत नेगी का डीजीपी बनना लगभग तय
खबर खास, शिमला :
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव यानि सीएस और डीजीपी को लेकर बड़ा फेरबदल होने वाला है। मुख्य सचिव यानि सीएस प्रबोध सक्सेना का सेवानिवृत्ति के बाद छह महीने का सेवा विस्तार कल यानि 30 सितंबर को पूरा होने जा रहा है। इसलिए नए सीएस को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश का नया डीजीपी भी बनाया जा रहा है। अभी तक प्रदेश एक्टिंग डीजीपी अशोक तिवारी के सहारे ही चल रहा है।
मुख्य सचिव को लेकर यदि बात करें वरिष्ठता की तो 1988 बैच के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता का नाम सूची में सबसे ऊपर है। वैसे दो बार पहले भी गुप्ता की वरिष्ठता को अनदेखा किया जा चुका है। पूर्व की जय राम सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान गुप्ता की वरिष्ठता को दरकिनार कर आरडी धीमार को मुख्य सचिव बनाया था। उसके बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी गुप्ता की वरिष्ठता को दरकिनार करते हुए प्रबोध सक्सेना को सीएस बनाया था। वैसे संजय 31 मई 2026 को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।
वरिष्ठता में दूसरे नंबर पर जिसकी दावेदारी सबसे मजबूत है वो हैं 1993 बैच के केके पंत हैं। वह पिछले बरस तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में थे। अगस्त 2024 में सीएम सुक्खू से मिलने के बाद हिमाचल लौटे थे। तब अटकलें इस बात की लग रहीं थी कि वह अगले सीएस बन सकते हैं। पंत 31 दिसंबर 2030 में सेवानिवृत्त होंगे। पंत को सीएस के पद के लिए मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
हालांकि चर्चा तो इस बात की भी है कि प्रबोध सक्सेना को सीएम फिर से सेवा विस्तार देना चाहते हैं। इसके लिए बकायदा राज्य सरकार ने केंद्र से राबिता भी कायम किया हुआ है। लेकिन सक्सेना का पहले का दिया हुआ सेवा विस्तार का मामला भी हाईकोर्ट में विचाराधीन है और अदालत में इसका फैसला आना अभी बाकी है। इसे लेकर माना जा रहा है कि अदालती फैसले तक एक्टिंग सीएस के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है। हालांकि सरकार सक्सेना के सेवा विस्तार के बाद उन्हें रेरा यानि रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण, हिमाचल प्रदेश (HPRERA) का चेयरमैन भी बनाना चाहती थी। लेकिन हाईकोर्ट में मामला होने के चलते उनकी जगह तब सूचना आयुक्त आरडी धीमान को आनन-फानन में रेरा का चेयरमैन बनाकर उसी दिन उनकी ज्वाइनिंग भी करवा दी गई थी।
वहीं, हिमाचल में इसी साल 31 मई को 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी डा.अतुल वर्मा इस पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उसके बाद नए डीजीपी के लिए कई नामों पर चर्चा शुरू हो गई थी।
हालांकि बीते एक अगस्त केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे श्याम भगत नेगी पुलिस मुख्यालय शिमला में ड्यूटी जॉइन कर चुके हैं। तब से लेकर उनके डीजीपी बनने की चर्चाएं है, मगर आदेश नहीं किए गए। वरिष्ठता में पांच आईपीएस में से चार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है। जिसके चलते नेगी का डीजीपी बनना तय माना जा रहा है।
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