कहा, संत महापुरुषों की शिक्षाएं आज भी है प्रासंगिक स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने जीवनपर्यंत वंचित समाज के उत्थान की दिशा में किया कार्य
कहा, संत महापुरुषों की शिक्षाएं आज भी है प्रासंगिक स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने जीवनपर्यंत वंचित समाज के उत्थान की दिशा में किया कार्य
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा वैदिक काल से सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक क्रांति के सूत्रधार युग पुरुषों की जन्मस्थली रहा है। इन महान संतों में सम्पूर्ण मानव जाति का अपनी शिक्षाओं के माध्यम से मार्गदर्शन किया है। उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक है। स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने जीवनपर्यंत शोषित एवं वंचित समाज के उत्थान की दिशा में कार्य किया। उन्होंने जात-पात के भेदभाव का हमेशा विरोध किया तथा उन्होंने आर्य समाज के साथ जुडक़र समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में योगदान दिया।
मुख्यमंत्री आज रोहतक में स्वामी आत्मानंद हरियाणा अनुसूचित जाति शिक्षा समिति द्वारा आयोजित महान समाज सुधारक स्वामी आत्मानंद महाराज जी की 140वीं जयंती समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थितगण को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिक्षा समिति को अपने स्वैच्छिक कोष से 51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने शिक्षा समिति द्वारा सौंपी गई सभी मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन भी दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अक्तूबर को देश की दो महान विभूतियों की जयंतियां है जिनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री शामिल हैं। गांधी जी ने सत्य, अहिंसा एवं स्वच्छता का पाठ पढ़ाया, वहीं शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया। मुख्यमंत्री ने बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक दशहरा के पावन पर्व की नागरिकों को अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं दी।
उन्होंने स्वामी आत्मानंद जी महाराज के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने गरीबों व वंचित समाज के कल्याण के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया। उन्होंने 1928 में रोहतक में हरियाणा हरिजन आश्रम की स्थापना की तथा 1948 में स्वामी आत्मानंद हरिजन ट्रस्ट बनाया। स्वामी जी ने समाज सुधार के अलावा स्वतंत्रता संग्राम में भी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया तथा जीवनभर शिक्षा के प्रसार के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वामी जी के आदर्शों व सिद्धांतों को मूर्त रूप देने के लिए अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों की पढ़ाई के लिए अनेक छात्रवृत्ति योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने एक रुपया-एक ईंट अभियान की शुरुआत की। उन्होंने उपस्थितगण का आह्वान किया कि वे महापुरुषों द्वारा दिखाए गए रास्ते का अनुसरण करें तथा समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में आगे आयें।
Like
Dislike
Love
Angry
Sad
Funny
Wow
Comments 0