राज्यपाल ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 की तैयारियों के संबंध में ली केडीबी की बैठक
राज्यपाल ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 की तैयारियों के संबंध में ली केडीबी की बैठक
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के राज्यपाल प्रो. अशीम कुमार घोष ने कहा कि गीता का संदेश संपूर्ण मानवता के लिए कल्याणकारी है और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को विश्व पटल पर और मजबूती से स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें और आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों एवं अतिथियों का पारंपरिक प्रथाओं से स्वागत किया जाए जिससे सभी मेहमानों को हरियाणा की संस्कृति का अद्भुत अनुभव हो सके।
राज्यपाल शनिवार को हरियाणा राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियों के संबंध में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज और सांसद नवीन जिन्दल भी मौजूद रहे।
प्रो. घोष ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य विश्व समुदाय को भारतीय ज्ञान परंपरा, आध्यात्मिकता और जीवन मूल्यों से जोड़ना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव की तैयारियों में किसी प्रकार की कमी न रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव- 2025 न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस महोत्सव के माध्यम से विश्व समुदाय को गीता के शाश्वत संदेश से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गीता का संदेश हर पीढ़ी के लिए प्रासंगिक है। यह महोत्सव हमारी भावी पीढ़ियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने और विश्व को वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से परिचित कराने का माध्यम बनेगा।
गीता महोत्सव के दौरान धार्मिक, सामाजिक संगठनों और जन भागीदारी के साथ स्वच्छता पर दिया जाए विशेष ध्यान, कुरुक्षेत्र की पावन धरा को स्वच्छ और सुंदर बनाना लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से शोभा यात्रा निकली जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गीता महोत्सव के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए सभी धार्मिक, सामाजिक, अन्य संगठनों और जन भागीदारी के साथ एक विशेष अभियान चलाया जाए ताकि कुरुक्षेत्र की पावन धरा स्वच्छ और सुंदर बने।
उन्होंने निर्देश दिए कि महोत्सव के आयोजन को सफल बनाने के समय रहते सभी प्रबंध पूरे किए जाएं ताकि आगंतुकों को किसी भी प्रकार से असुविधा न हो। उन्होंने व्यवस्था, सुरक्षा, यातायात, पार्किंग, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाओं, साफ-सफाई तथा अन्य आवश्यक प्रबंधों को प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महोत्सव के दौरान राज्य की संस्कृति और परंपराओं की झलक आगंतुकों को दिखाई देनी चाहिए, ताकि वे यहां से एक सुखद अनुभव लेकर जाएं।
गीता विश्व कल्याण का मार्गदर्शक ग्रंथ - स्वामी ज्ञानानंद महाराज
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भगवद् गीता केवल सनातन परंपरा का ग्रंथ ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए मार्गदर्शक ग्रंथ है। उन्होंने कहा कि आज के समय में विश्व जिस प्रकार की आशंकाओं, समस्याओं और प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहा है, उनका आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और व्यवहारिक समाधान गीता से ही संभव है।
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि हरियाणा सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड अपने संकल्पित प्रयासों के माध्यम से इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक संबंधों पर ही ध्यान दिया जाता था, लेकिन हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से अब देशों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी नई शक्ति और दिशा मिल रही है।
विदेश मंत्रालय के सहयोग से 40 देशों में पहली बार आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव
बैठक में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 का आयोजन 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक होगा। मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। इस बार विदेश मंत्रालय की तरफ से पहली बार 40 देशों में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन 40 देशों में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 के कुरुक्षेत्र में होने वाले मुख्य कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण भी देखा जा सकेगा। इसके अलावा, विदेश मंत्रालय की पहल पर कुरुक्षेत्र में होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 15 से ज्यादा देशों के 25 स्कॉलर भी पहुंचेंगे। साथ ही, 20 से ज्यादा देशों के राजदूत भी इस महोत्सव में शिरकत करेंगे।
21 दिनों तक दिखेगा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उल्लास का संगम
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 21 दिन चलेगा और महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 8 दिन चलेंगे। इस महोत्सव से पहले ही कई कार्यक्रमों का आगाज हो जाएगा। इसमें 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज, 15 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। इसके अलावा 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा तथा रोजाना सायं के समय पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा।
इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे। इसमें हरियाणा पवेलियन, पार्टनर स्टेट, पुस्तक मेला, जनसम्पर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य मंच पर दिन और सायंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम, 24 नवंबर को गीता यज्ञ, गीता पूजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर श्रीमदभगवद गीता और पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
25 नवंबर को विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर कथा, पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 26 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार का समापन व पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 27 नवंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 28 से 30 नवंबर को शिक्षा विभाग की तरफ से गीता श्लोकोच्चारण, वाद विवाद, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली, मेहंदी सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
1 दिसंबर को सुबह 9 बजे ज्योतिसर में गीता पाठ और यज्ञ, वैश्विक गीता पाठ, विश्वविद्यालय में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, सायं 5:30 पर सन्निहित सरोवर पर दीपोत्सव, 6 बजे ब्रह्मसरोवर पर दीपदान व आरती तथा पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
क्राफ्ट मेले में 7 देशों के शिल्पी बिखेरेंगे अपने रंग
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 7 देशों के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इन देशों की शिल्पकला को ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में सजाया जाएगा ताकि महोत्सव में आने वाले पर्यटक इस शिल्पकला को देख सके। इसके अलावा, ज्योतिसर अनुभव केन्द्र को भी महोत्सव के साथ जोडा जाएगा ताकि अनुभव केन्द्र में आने वाले पर्यटक भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भागीदारी कर सकें।
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