श्रीराम सेवा संकल्प फाउंडेशन, हिमाचल प्रदेश द्वारा आज शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राज्यपाल राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। उन्होंने आठवीं से 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को प्रशस्ती प्रमाणपत्र और छात्रवृत्तियां प्रदान कीं।
खबर खास, शिमला :
श्रीराम सेवा संकल्प फाउंडेशन, हिमाचल प्रदेश द्वारा आज शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राज्यपाल राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। उन्होंने आठवीं से 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को प्रशस्ती प्रमाणपत्र और छात्रवृत्तियां प्रदान कीं।
इस अवसर पर, अपने संबोधन में राज्यपाल ने सभी मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि फाउंडेशन ने यह एक अच्छी पहल की है, जिससे छात्रों का मनोबल तो बढ़ेगा ही साथ ही, शैक्षणिक गतिविधियों में और ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित भी होंगे।
शुक्ल ने कहा कि शिक्षा प्रगति की आधारशिला है, जो अनंत संभावनाओं को खोलती है और व्यक्ति व राष्ट्र के भविष्य को आकार देती है। इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से यह सुनिश्चित होता है कि ज्ञान और सफलता के द्वार सभी के लिए खुले रहें। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि 2015 से आरम्भ हुए श्रीराम सेवा संकल्प फाउंडेशन ने अभी तक करीब 10 हजार से अधिक छात्रवृत्तियां प्रदान की हैं। और आज यह फाउंडेशन हिमाचल के साथ-साथ पंजाब और जम्मू-कश्मीर को मिलाकर करीब 3000 छात्रवृत्तियां प्रदान कर रहा है। उन्होंने विभिन्न सामाजिक प्रकल्पों में भी सक्रिय तौर पर शामिल होने के लिए फाउंडेशन के योगदान की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘ छात्रवृत्तियां न केवल कई योग्य छात्रों पर वित्तीय बोझ को कम करेंगी, बल्कि इस सुविधा को प्राप्त कर वे अन्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेंगे। यह छात्रवृत्ति केवल एक वित्तीय सहायता नहीं है, बल्कि आपकी क्षमता, आपकी कड़ी मेहनत और अपने सपनों को पूरा करने के प्रति आपके समर्पण को पहचान देती है।’’ उन्होंने विद्यार्थियों से कौशल विकास की दिशा में आगे बढ़े का भी आह्वान किया तथा कहा कि कौशल विकास के द्वारा आप रोजगार पाने वाले ही नहीं बल्कि रोजगार देने वाले भी बनेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल अकादमिक उपलब्धियों के बारे में नहीं है, बल्कि आपके चरित्र, आपके मूल्यों और आपके आस-पास की दुनिया में योगदान करने की आपकी क्षमता को पोषित करने के बारे में है। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे न केवल अपनी पढ़ाई में बल्कि अपने कार्यों, अपनी ईमानदारी और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के अपने प्रयासों में भी उत्कृष्टता के लिए प्रयास करें।
इससे पूर्व, श्रीराम सेवा संकल्प फाउंडेशन के संयुक्त प्रबंध निदेशक नीलेश ओडेदरा ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा फाउंडेशन से संबंधित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
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