एचपीएसईबीएल का घाटा 31 मार्च 2024 तक 3,742 करोड़ तक पहुँच गया था। लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने बोर्ड में सुधारों, पारदर्शी प्रशासनिक नीतियों और वित्तीय अनुशासन के माध्यम से बोर्ड को घाटे से उबारते हुए मुनाफा तक पहुंचाने में मदद की।