पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे सोनम वांगचुक ने हिंसा के बाद तोड़ा अनशन
पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे सोनम वांगचुक ने हिंसा के बाद तोड़ा अनशन
खबर खास, लेह-लद्दाख:
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक का समर्थन कर रहे छात्रों का प्रदर्शन एकाएक हिंसक हो गया। छात्रों की पुलिस और सुरक्षाबलों से झड़प हो गई। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 70 से ज्यादा लोग घायल हैं।
छात्रों की इस दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों से झड़प हुई। जिसके बाद छात्रों ने भाजपा कार्यालय में आग लगा दी। इतना ही नहीं उन्होंने पुलिस पर पत्थरबाजी की और सीआरपीएफ की गाड़ी में भी आग लगा दी। वांगचुक बीते 15 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। मांगे पूरी न करने के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को बंद बुलाया था जिसके दौरान हिंसा भड़क उठी।
वहीं, हिंसा के बाद वांगचुक ने अनशन तोड़ते हुए कहा कि 'यह लद्दाख के लिए दुख का दिन है। हम पांच साल से शांति के रास्ते पर चल रहे थे। अनशन किया, लेह से दिल्ली तक पैदल चलकर गए। आज हम शांति के पैगाम को असफल होते हुए देख रहे हैं। हिंसा, गोलीबारी और आगजनी हो रही है। मैं लद्दाख की युवा पीढ़ी से अपील करता हूं कि इस बेवकूफी को बंद करें। हम अपना अनशन तोड़ रहे हैं, प्रदर्शन रोक रहे हैं।'
अब इन मांगों को लेकर अगली बैठक दिल्ली में छह अक्तूबर को होने जा रही है। गौर रहे कि वर्ष 2019 में साल 2019 में अनुच्छेद 370 और 35A हटाते समय जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए गए थे। सरकार ने उस समय ही राज्य के हालात सामान्य होने पर पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने का भरोसा दिया था।
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