“विकसित भारत 2047 के लिए नवाचार और नेतृत्व को बढ़ावा देने का लक्ष्य”
“विकसित भारत 2047 के लिए नवाचार और नेतृत्व को बढ़ावा देने का लक्ष्य”
खबर खास, संबलपुर :
भारतीय प्रबंधन संस्थान सम्बलपुर (आईआईएम सम्बलपुर) ने अपनी प्रमुख वार्षिक व्यवसायिक संगोष्ठी, मर्माग्य 10.0 का दसवां संस्करण आयोजित किया। इस वर्ष के संगोष्ठी का थीम था – “नेविगेटिंग बिजनेस इन अ मल्टीपोलरवर्ल्ड: आइडियाज फॉर विकसित भारत 2047।”
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गूगल के ग्लोबल हेडऑफ ऑपरेशंस अभिषेक नायडू, विशिष्ट अतिथि के रूप में इंडियन ऑयल अडानी वेंचर्सके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अतुल खराटे और मुख्य भाषण देने वाले वक्ता के रूप में ईवाई के डायरेक्टर श्रीवर्धमान अग्रवाल उपस्थित थे।
संगोष्ठी में देशभर के छात्र, उद्यमी और उद्योग जगत के नेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम में गूगल, ईवाई,इंडियन ऑयल, अडानी वेंचर्स, आदित्य बिड़ला ग्रुप (अल्ट्राटेक सीमेंट), एचसीएल टेक, ज़ोहो, कुशमैनएंड वेकफ़ील्ड सहित कई प्रमुख कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिससे यह मंच भारतीय व्यवसायों के भविष्य को आकार देने और विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक प्रमुख प्लेटफॉर्म बन गया।
अपने उद्घाटन भाषण में आईआईएम सम्बलपुर के निदेशक प्रोफेसर प्रोफेसर महादेव जायसवाल ने कहा, “भारत का विकसित भारत 2047 का विजन तीन मॉडलों के माध्यम से हासिल किया जा सकता है। पहला, कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना, जो आर्थिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है, जैसा कि क्लॉडिया गोल्डिन (अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता, 2023) ने उल्लेख किया है। दूसरा, समावेशी शासन संस्थानों का मॉडल, जिसका उल्लेख डैरोन एसेमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन (अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता, 2024) द्वारा किया गया है। तीसरा, नवाचार और तकनीक के माध्यम से नए विचारों और रचनात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहित करना, जो एक सतत अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है, जैसा कि जोएल मोकीर, फिलिप एजिओन और पीटर हाउइट (अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता, 2025) द्वारा बताया गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में, मर्माग्य का प्रत्येक संस्करण व्यवसाय जगत के मूल तत्वों को दर्शाता रहा है और अकादमिक जगत तथा उद्योग के बीच की खाई को पाटता रहा है। गहन अंतर्दृष्टि, रणनीतिक साझेदारी और संचालनात्मक उत्कृष्टता के माध्यम से यह आयोजन ‘मेक इन इंडिया’ पहल को सशक्त बनाने के लिए एक प्रमुख मंच प्रदान करता है।”
ग्लोबल हेड ऑफ ऑपरेशंस, गूगल अभिषेक नायडू ने एआई के परिवर्तनकारी संभावनाओं पर कहा, “एआई शिक्षा को अविकसित समुदायों में सशक्त बना सकता है। आईआईएम सम्बलपुर को सराहना मिलनी चाहिए कि यह पहला आईआईएम है जिसने अपने पाठ्यक्रम में डेटा साइंस और एआई को एकीकृत किया।”
अतुल खराटे, सीओओ, इंडियन ऑयल अडानी वेंचर्स, ने कहा, “आगामी दशक में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल प्रसंस्करणकर्ता बनने के लिए तैयार है और वैश्विक स्तर पर पेट्रोकेमिकल उत्पादों की आपूर्ति करेगा। भारी उद्योग और एमएसएमई के विकास से एक स्थायी, मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण हो रहा है।”
वर्धमान अग्रवाल, डायरेक्टर, ईवाई, ने कहा, “मर्माग्य केवल एक व्यवसायिक संगोष्ठी नहीं है – यह नवाचार, ईमानदारी और समावेशिता पर आधारित एक नेतृत्व प्रयोगशाला है। आईआईएम सम्बलपुर न केवल प्रबंधकों बल्कि राष्ट्रनिर्माताओं का निर्माण कर रहा है।”
गौर रहे कि इस वर्ष मर्माग्य की शुरुआत दिल्ली में मर्माग्य 10.0 के कर्टन रेज़र के हिस्से के रूप में आईआईएम सम्बलपुर द्वारा इनक्यूबेशन हब और एलुमनी इनक्यूबेशन स्कीम की घोषणा के साथ हुई, जो पूरे देश में उद्यमशील गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए है। पिछले एक दशक में, यह वार्षिक व्यवसायिक संगोष्ठी 26 से अधिक दूरदर्शी वक्ताओं और 1,000 से अधिक प्रतिभागियों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि मार्केटिंग, फाइनेंस, ऑपरेशंस, कंसल्टिंग और टेक्नोलॉजी में एक मंच पर ला चुकी है—जो आईआईएम सम्बलपुर के नवाचार, ईमानदारी और समावेशिता के मूल स्तंभों को सुदृढ़ करता है।
Like
Dislike
Love
Angry
Sad
Funny
Wow
Comments 0