कुलपति ने संकाय सदस्यों का आह्वान किया कि वे समर्पण के साथ कार्य करें ताकि वर्तमान वर्ष में सीयू पंजाब एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 50 विश्वविद्यालयों में स्थान सुनिश्चित कर सके।
कुलपति ने संकाय सदस्यों का आह्वान किया कि वे समर्पण के साथ कार्य करें ताकि वर्तमान वर्ष में सीयू पंजाब एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 50 विश्वविद्यालयों में स्थान सुनिश्चित कर सके।
खबर खास, बठिंडा :
पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयू पंजाब) में कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के पाँच वर्षीय कार्यकाल की पूर्णता पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं अधिकारियों ने कुलपति प्रो. तिवारी के गतिशील नेतृत्व की सराहना करते हुए पांच वर्षीय कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय को नई ऊँचाइयों पर ले जाने हेतु उनका आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में जनसंपर्क अधिकारी रोबिन जिंदल ने कुलपति प्रो. तिवारी के नेतृत्व में विश्वविद्यालय द्वारा अर्जित उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इसके पश्चात कुलसचिव डॉ. विजय शर्मा, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभागाध्यक्ष डॉ. रुबल कनोजिया, एससीएएस विभाग के प्रो. बावा सिंह, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. संजीव ठाकुर, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. मोनिषा धीमान, आरएंडडी निदेशक प्रो. अंजना मुंशी, पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रो. विनोद गर्ग, वित्त अधिकारी डॉ. राजकुमार शर्मा तथा डीआईए प्रो. आर.के. वुसिरिका ने कुलपति को समग्र विकास, छात्र कल्याण और विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा बढ़ाने में उनके योगदान हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि प्रो. तिवारी ने विश्वविद्यालय में पारदर्शी प्रशासन स्थापित किया, आत्मनिर्भरता की दिशा में उल्लेखनीय पहल की और उनके नेतृत्व में बुनियादी ढांचे के विकास हेतु नई सुविधाओं की शुरुआत की गई।
सम कुलपति प्रो. किरण हजारिका ने कुलपति प्रो. तिवारी द्वारा विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने हेतु अनुसंधान, नवाचार और मूल्य-आधारित शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उनका आभार प्रकट किया, जिससे विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा बढ़ी और वैश्विक पहचान की राह प्रशस्त हुई। साथ ही उन्होंने उच्च शिक्षा क्षेत्र में प्रो. तिवारी के महत्वपूर्ण योगदान को भी रेखांकित किया।
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने बीते पाँच वर्षों में सर्वश्रेष्ठ योगदान देने हेतु विश्वविद्यालय समुदाय का धन्यवाद किया। उन्होंने छठे वर्ष में सीयू पंजाब को एनआईआरएफ की शीर्ष 50 संस्थाओं में स्थान दिलाने का संकल्प साझा किया। इस लक्ष्य को पाने की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए उन्होंने सभी शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के साथ-साथ परिणाम आधारित पाठ्यक्रम, छात्र-केंद्रित शिक्षण, निरंतर मूल्यांकन और प्रभावशाली आउटरीच पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य-उन्मुख कार्यक्रम शुरू करने, छात्रों को नई पीढ़ी के कौशल से सुसज्जित करने और मूल्य-आधारित समग्र शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिय।
पिछले पाँच वर्षों में कुलपति के नेतृत्व में सीयू पंजाब की प्रमुख उपलब्धियाँ
लगातार 6 वर्षों तक एनआईआरएफ टॉप-100 में स्थान एवं 2023 में नैक से ‘ए+’ ग्रेड।
शोध में अभूतपूर्व वृद्धि: स्कोपस शोधपत्र 4.18 गुना, उद्धरण 11.54 गुना, एच-इंडेक्स 2.64 गुना बढ़कर दिनांक 20.08.2025 तक उनकी संख्या 3,978 शोधपत्र, 98,307 उद्धरण और एच-इंडेक्स 111 तक पहुंची। अनुसंधान अनुदान 2020–21 के 63.77 करोड़ से बढ़कर 2024–25 में 104 करोड़।
नवाचार व उद्यमशीलता को बढ़ावा देने हेतु आई-टीबीआई निधि इनक्यूबेटर, ई-युवा सेंटर, तथा आइडिया लैब की स्थापना।
बठिंडा एवं उत्तर भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों का कंसोर्टियम गठन और एनईपी-2020 का सफल कार्यान्वयन।
विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह (2025) में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु तथा 9वें दीक्षांत समारोह (2024) में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का आगमन।
आधारभूत ढाँचा विकास: 2020 में घुद्दा परिसर का उद्घाटन, 2023 में केंद्रीय विद्यालय, 2024 में प्रशासनिक भवन व पुस्तकालय का शिलान्यास, 2025 में 201 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास।
आत्मनिर्भरता व हरित पहल: 100 एकड़ किन्नू बागान और वाणिज्यिक पौधरोपण।
वर्ष 2024 में 17 संकाय सदस्य और 1 शोधार्थी स्टैनफोर्ड की शीर्ष वैज्ञानिक सूची में शामिल।
16वीं राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान और राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2022 में तीसरा स्थान।
कुलपति प्रो. तिवारी त्रिभुवन विश्वविद्यालय, नेपाल के दीक्षांत समारोह (2022) में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।
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