बाबा शेख़ फ़रीद को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें एक महान आध्यात्मिक नेता, कवि-प्रवक्ता और भारत में सूफ़ी परंपरा के प्रवर्तक के रूप में वर्णित किया।