कहा, क्रोनिक रोगों के उपचार एवं रोकथाम में आयुष औषध प्रणाली निभाती है महत्वपूर्ण भूमिका
कहा, क्रोनिक रोगों के उपचार एवं रोकथाम में आयुष औषध प्रणाली निभाती है महत्वपूर्ण भूमिका
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में आयुर्वेद को बढ़ावा दे रही है, क्योंकि आयुष औषध प्रणाली आज के रहन-सहन के तौर-तरीकों से उत्पन्न होने वाले क्रोनिक रोगों के उपचार एवं रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आज यहां बताया कि आयुर्वेद, योगा तथा नेच्युरोपैथी, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी औषधि प्रणालियों की भारत वर्ष के सभी वर्गों में प्राचीन समय से मान्यता है। जिन बीमारियों का ईलाज आधुनिक चिकित्सा में संभव नहीं है, उनकी रोकथाम और ठीक करने में उक्त प्रणालियों का अहम् योगदान है।
उन्होंने आयुष विभाग द्वारा राज्य में किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि यह विभाग विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को चिकित्सा सुविधा, चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य बारे जागरूक कर रहा है। इस उद्देश्य के लिए प्रदेश में 4 आयुर्वेदिक अस्पताल, 1 यूनानी अस्पताल, 1 होम्योपैथिक अस्पताल, 6 आयुर्वेदिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राज्य सरकार के अधीन 6 पंचकर्मा केन्द्र और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधीन 21 पंचकर्मा केन्द्र तथा 497 आयुर्वेदिक, 16 यूनानी एवं 24 होम्योपैथिक औषधालय स्थापित किए गए हैं। इनके अलावा 1 भारतीय चिकित्सा एवं अनुसंधान प्रणाली संस्थान पंचकूला में कार्यरत है।
उन्होंने आगे बताया कि 21 आयुष विंग जिला अस्पतालों पर, 102 आयुष आई0पी0डी0 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर तथा 106 आयुष ओपीडी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अधिकतर आयुष संस्थान ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में एक राजकीय आयुर्वेदिक कालेज तथा 12 प्राइवेट आयुर्वेदिक कॉलेज चल रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में आम जन मानस को आयुर्वेद की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लक्ष्य की पूर्ति के लिए प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 529 आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति प्रदान की गई है।
उन्होंने बताया कि जिला कुरुक्षेत्र में लगभग 100 एकड़ भूमि पर स्थापित होने जा रहा श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय प्रदेश में आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, युनानी, सिद्धा व होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियों के अध्यापन, सुव्यवस्थित शिक्षण, प्रशिक्षण तथा अनुसंधान को सुनिश्चित करने तथा इन क्षेत्रों में उत्कृष्ठता प्राप्त करने का काम करेगा।
इसके अलावा केंद्र सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत जिला हिसाार के गांव मैयड़ में 50 बिस्तर का आयुष अस्पताल तथा जिला नूह के गांव अकेड़ा में राजकीय यूनानी कॉलेज व अस्पताल तथा जिला अम्बाला के गांव चांदपुरा में भी राजकीय होम्योपैथिक कालेज व अस्पताल बनाया जा रहा है।
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