निष्पक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मामले की स्वतंत्र रूप से तीन सदस्यीय जोनल कमेटी द्वारा जांच की जाती है। जांच पूरी होने के बाद मामला सही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाती है।