'युद्ध नशों विरुद्ध' कैबिनेट सब- कमेटी के चेयरमैन एवं वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू किए गए 'युद्ध नशों विरुद्ध' मुहिम को पूरे राज्य में व्यापक समर्थन मिल रहा है, जिससे नशे के खिलाफ पंजाब की लड़ाई के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
कहा, नशा तस्कर या तो पंजाब छोड़कर भाग रहे हैं या पुलिस द्वारा पकड़े जा रहे हैं
खबर खास, चंडीगढ़ :
'युद्ध नशों विरुद्ध' कैबिनेट सब- कमेटी के चेयरमैन एवं वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू किए गए 'युद्ध नशों विरुद्ध' मुहिम को पूरे राज्य में व्यापक समर्थन मिल रहा है, जिससे नशे के खिलाफ पंजाब की लड़ाई के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा तस्कर या तो पंजाब छोड़कर भाग रहे हैं या फिर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा रहे हैं, जिससे नशा मुक्त पंजाब बनाने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने अपने तीन जिलों – तरनतारन, पठानकोट और गुरदासपुर के दौरे के दौरान स्थानीय नेतृत्व की उपस्थिति में सिविल एवं पुलिस प्रशासन के साथ बैठकें कीं। उन्होंने 'युद्ध नशों विरुद्ध' मुहिम में लोगों की भागीदारी, नशा छुड़ाने के प्रयासों को बढ़ाने, नशा कारोबारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई तेज करने और युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए शैक्षिक प्रतियोगिताओं, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी सकारात्मक गतिविधियों के प्रति प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
तरनतारन में बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने अपने हल्का पट्टी में उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए नशे के खिलाफ एक व्यापक जन आंदोलन खड़ा करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके अलावा, खडूर साहिब के विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा ने बताया कि उनके क्षेत्र के 80 गांवों ने अपने-अपने इलाकों में नशे की बिक्री पर रोक लगाने के लिए प्रस्ताव पारित किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं का ध्यान नशों से खेलों की ओर मोड़ने के लिए 87 गांवों को वॉलीबॉल किटें प्रदान की जाएंगी। बैठक के दौरान तरनतारन के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल और खेमकरण के विधायक सर्वण सिंह धुन्न ने भी अपने विचार साझा किए।
वित्त मंत्री को नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के बारे में अवगत कराते हुए एसएसपी तरनतारन अभिमन्यु राणा ने बताया कि पिछले साल 26 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की गई थी, और इस साल अब तक 2 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। साथ ही छह और मामलों में संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत 80 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है और इस अभियान के तहत 13 किलो हेरोइन जब्त की गई है।
पठानकोट में 'युद्ध नशों विरुद्ध' बैठक के दौरान वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के साथ कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारुचक, आम आदमी पार्टी पंजाब के वरिष्ठ नेता स्वर्ण सलारिया और जिले के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। वित्त मंत्री ने कहा कि पठानकोट पुलिस हिमाचल क्षेत्र से सटे पठानकोट जिले में नशे के कारोबार को रोकने के लिए हिमाचल पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान शुरू करेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि पठानकोट जिले में गठित लगभग 500 वार्ड-स्तरीय और गांव-स्तरीय कमेटीयां नशे के व्यापार को जड़ से खत्म करने में सहायक होंगी।
गुरदासपुर में बैठक देर शाम आयोजित हुई, जहां कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारुचक, डेरा बाबा नानक के विधायक गुरदीप सिंह रंधावा और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति वित्त मंत्री के साथ उपस्थित रहे। वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले के सभी मेडिकल स्टोरों की विशेष जांच करने के निर्देश दिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई प्रतिबंधित दवा की बिक्री न हो। उन्होंने अवैध रूप से डॉक्टरी पेशे के माध्यम से नशा फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए और सिविल सर्जन को 10 दिनों के भीतर इन गतिविधियों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा। बैठक के दौरान ओट केंद्रों और नशा छुड़ाने व पुनर्वास केंद्रों की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर आदित्य उप्पल ने 'युद्ध नशों विरुद्ध' मुहिम के तहत जिला प्रशासन के प्रयासों की जानकारी दी, जिसमें युवाओं को नशे की दलदल में जाने से रोकने के लिए 'उम्मीद' अभियान की शुरुआत और हॉटस्पॉट इलाकों में नशा विरोधी कमेटीयों का गठन शामिल है। डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह, एसएसपी गुरदासपुर आदित्य और एसएसपी बटाला सोहेल कासिम मीर ने नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की रिपोर्टें प्रस्तुत कीं।
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