हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने आगामी मानसून सीजन के दौरान संभावित जलभराव और बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पूरी सतर्कता और तत्परता के साथ फील्ड में सक्रिय रहकर आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें।
कहा, बाढ़ व जलभराव से निपटने के लिए अलर्ट मोड में रहें अधिकारी
बोली, किसी भी हालात में पीने के पानी की दिक्कत नहीं आनी चाहिए
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने आगामी मानसून सीजन के दौरान संभावित जलभराव और बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पूरी सतर्कता और तत्परता के साथ फील्ड में सक्रिय रहकर आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करें। श्रुति चौधरी ने सोमवार को चंडीगढ़ में मानसून के दौरान संभावित जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए और प्रदेश में पानी की व्यवस्था को लेकर सिंचाई विभाग व पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य के किसी भी क्षेत्र में पीने के पानी की किल्लत नहीं होनी चाहिए और इसके लिए पानी की आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ नियत्रंण से संबंधित आवंटित कार्यों की सभी परियोजनाओं को समय रहते पूरा किया जाए, ताकि प्रदेश में मानसून के दौरान कोई जलभराव की स्थिति उत्पन्न ना हो।
बैठक में सिंचाई मंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश में कुल 873 ड्रेन में से 676 साफ किया जाना है, जिसमें से 470 ड्रेन साफ की जा चुकी हैं, शेष ड्रेन की सफाई 20 जून तक करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण के लिए अल्पकालिक, मध्यम अवधि और दीर्घकालिक परियोजनाओं के संबंध में सभी जिलाधिकारियों से जिलावार रिपोर्ट भी ली।
बैठक में मंत्री को इस बात से भी अवगत कराया कि 56वीं हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में 209 लघु अवधि की परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई थी जिनमें से 194 का कार्य प्रगति पर है जिनमें से 8 कार्य पूरे किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी कुशलता से काम करें और सुनिश्चित करें कि ये परियोजनाएं निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरी हों, अन्यथा सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के आयुक्त एवं सचिव मोहम्मद शाईन ने मंत्री को अवगत करवाया कि ऐसे जिले जहां बारिश से जलभराव की आशंका अधिक रहती है वहां पानी की निकासी के लिए विभिन्न प्रकार के पंप, मोटर, पैनल आदि की खरीद और पाइपलाइन बिछाने, ड्रेन की सफाई व सीवरेज की सफाई का कार्य भी जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां ड्रेन सफाई का काम हो रहा है, वहां पर अधीक्षक अभियंता स्तर के अधिकारी मौके पर जाएं और इस कार्य की जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर लाइव व पोस्ट करें ताकि लोगों को लगे की काम पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ हो रहे हैं। श्रुति चौधरी ने अंत में यह दोहराया कि बाढ़ से पहले तैयारी, जनता की सुरक्षा की गारंटी है। प्रदेश सरकार हर नागरिक की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
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