सभी दलों ने एकमत से कार्यक्रमों को गरिमापूर्ण ढंग से मनाने का लिया प्रण
सभी दलों ने एकमत से कार्यक्रमों को गरिमापूर्ण ढंग से मनाने का लिया प्रण
खबर खास, चंडीगढ़ :
नौवें सिख गुरु एवं हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के भव्य आयोजन के लिए आज सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, बहुजन समाज पार्टी के नेता कृष्ण जमालपुर, इनेलो के गुरविंदर धमीजा, जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ब्रज शर्मा, आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता सहित अन्य गणमान्य नेता उपस्थित रहे।
बैठक में सभी नेताओं ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी नेताओं ने कार्यक्रम की श्रृंखला में अन्य कार्यक्रमों को शामिल करने के साथ-साथ सभी कार्यक्रमों को मर्यादापूर्ण और गरिमापूर्ण तरीके से मनाने के सुझाव दिए। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पास किया गया, जिसमें सभी दलों के नेताओं ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को गरिमापूर्ण ढंग से मनाने का प्रण लिया और हर संभव सहयोग देने का ऐलान किया।
बैठक में बताया गया कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के इस भव्य आयोजन के दौरान प्रदेश में चार प्रमुख यात्राएं निकाली जाएंगी। पहली यात्रा सिरसा के रोड़ी से 8 नवंबर को आरंभ होगी। सभी ने सर्वसम्मति से यह सुझाव दिया कि जहां-जहां गुरु साहिबान के चरण पड़े, वहां से यात्रा गुजरे।
इसके अतिरिक्त, क्षेत्र के सभी प्रबुद्ध जन को भी यात्राओं से जोड़ा जाये। बैठक में आये एक महत्वपूर्ण सुझाव पर सहमति जताते हुए कहा गया कि 350 कन्याओं द्वारा मुख्य कार्यक्रम में गुरु कीर्तन किया जायेगा।
बैठक में डॉ प्रभलीन ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को गरिमापूर्ण ढंग से मनाने के लिए प्रस्तावित कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस समारोह के सफल आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है।
श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का हरियाणा की भूमि से गहरा जुड़ाव रहा है। अपनी यात्राओं के दौरान उन्होंने हरियाणा की भूमि को पवित्र किया और सत्य, सहनशीलता और निर्भयता का शाश्वत संदेश दिया। इन स्थानों पर स्थित पवित्र गुरुद्वारे, उनके आशीर्वाद और शिक्षाओं की हमें याद दिलाते हैं। सभी दलों ने एकमत से श्री गुरु तेग बहादुर जी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उनके 350वें शहीदी वर्ष को गरिमापूर्ण ढंग से मनाने का प्रण लिया।
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